सारस न्यूज, सिलीगुड़ी।
सोमवार को कर्सियांग वन विभाग की टीम ने सीमेंट और चावल की भूसी की आड़ में सागवान की लकड़ी तस्करी की योजना पर पानी फेर दिया। एक करोड़ रुपए से अधिक की सागवान की लकड़ी के साथ कर्सियांग फारेस्ट डिवीजन की घोषपुकुर रेंज की टीम ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। वन विभाग ने गिरफ्त में आए आरोपी तस्करों का नाम शहारून खान, अरबाज खान, अमजद खान, मानव ज्योति महंत और विद्युत बारोली बताया है। आरोपितों को वन संपदा तस्करी के आरोप में सोमवार सिलीगुड़ी महकमा अदालत में पेश किया गया। जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

गुप्त सूचना के आधार पर बीते रविवार की रात घोषपुकुर रेंज की टीम ने फूलबाड़ी-घोषपुकुर बाइपास सड़क पर घात लगाया। फूलबाड़ी से घोषपुकुर की तरफ आ रहे एक ट्रक और उसके पीछे आ रही एक कार को वन विभाग ने रोका। ट्रक की तलाशी ली गई। डाला खोलने पर पहले सीमेट और धान की भूसी की बोरिया मिलीं। बोरियो के पीछे सागवान की सिल्लियों को छिपाकर रखा गया था। बरामद लकड़ी का कोई भी वैध दस्तावेज नहीं होने की स्थिति में वन विभाग की टीम ने लकड़ी समेत दोनों वाहन को जब्त किया। वहीं पांच लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपितों में शामिल शहारुन और अरबाज ट्रक का चालक और सहायक चालक है। ये दोनों हरियाणा के निवासी हैं। वहीं बाकी के तीन पड़ोसी राज्य असम के निवासी हैं। वन विभाग की प्राथमिक जांच के अनुसार सागवान से लदे ट्रक को असम से कोलकाता के लिए रवाना किया गया था। हालांकि जब्त लकड़ी बर्मिज टीक किस्म की है। जब्त सागवान लकड़ी की बाजार कीमत एक करोड़ रुपए से अधिक आंकी गई है। वन विभाग मामले की जांच में जुटी है।
