चंदन मंडल, सारस न्यूज, खोरीबाड़ी।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर एक ओर जहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने पंचायत तथा महकमा पर कब्जा को लेकर अपनी कमर कस ली है तो वहीं दूसरी ओर तृणमूल कार्यकर्ताओं ने भी पंचायत व महकमा पर कब्जा करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इसी कड़ी में रविवार को तृणमूल कांग्रेस की ओर से भारत-नेपाल सीमा के पानीटंकी स्थित गंडोगोल जोत में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस दौरान 250 परिवार तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। वहीं दूधगेट से 50 परिवार तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए। इससे पूर्व गंडोगोल जोत में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए तृणमूल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पापिया घोष ने कहा कि केंद्र सरकार पिछले आठ सालों से पेट्रोल डीजल पर टैक्स लगाकर लाखों कमा रही है। सरकार ने पेट्रोल व डीजल को ही कमाई का प्रमुख साधन बना लिया है। यह ठीक नहीं है। उन्होंने रसोई गैस के दामों में बढ़ोतरी को लेकर उन्होंने कहा भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि एक तरफ तो भाजपा उज्जवला योजना के तहत निशुल्क रसोई गैस सिलेंडर गरीबों को देने की बात करती है, जबकि दूसरी तरफ आम लोगों के लिए रसोई गैस की कीमतों में लगातार धीरे-धीरे बढ़ोतरी करके 700 से लेकर 1100 के करीब पहुंच गई है। साथ ही जिस तरह से भाजपा ने लोगों को धर्म के नाम पर बांट दिया, उससे लोग समझ गए।
उन्होंने कहा कि लोगों ने पूरी तरह से मन बना लिया है। लोग दीदी के साथ हैं। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव पर पूरे पंचायत सहित सिलीगुड़ी महकमा पर तृणमूल कांग्रेस का ही कब्जा होगा। सिलीगुड़ी के मेयर गौतम देव ने कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का एकमात्र उद्देश्य है राज्य का विकास करना। उन्होंने कहा कि जाति धर्म और वर्ग के आधार पर भाजपा की सरकार बंगाल में बंटवारा करना चाहती है तृणमूल सरकार नहीं। तृणमूल की सरकार आदर्श व सिद्धांत शुरु से ही मां-माटी-मानुष की सेवा करना रहा है, सेवा कर रही है और हमेशा सेवा करती रहेंगी। नेताओं के माने तो यह सिलसिला चलता रहेगा। जबकि पंचायत सभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों में हलचल तेज है।
राजनीतिक पार्टीयों ने पंचायत पर कब्जा करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। लेकिन इन राजनीतिक दलों के मेहनत करने से कोई लाभ नहीं होगा। क्योंकि पंचायत पर तृणमूल कांग्रेस का ही कब्जा होगा। लगातार विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता व कार्यकर्ता अपने पार्टीयों को छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं और आज कुल 300 नेता व कार्यकर्ता पार्टियों को छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए। वहीं दूसरी ओर शामिल होने वाले सदस्यों ने कहा कि राज्य सरकार के द्वारा सहायता कार्य करते देखकर व समाज के लिए किए जा रहे सराहनीय कार्यों से प्रेरित होकर वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए हैं।