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चक्करमारी में सैकड़ों ओवर लोड वाहन बिहार में एंट्री के लिए कर रहा इंतजार? बिहार की सीमा पर गाड़ी पकड़ने के लिए खनन विभाग तैयार।

शशि कोशी रोक्का/सारस न्यूज़ टीम बिहार/पश्चिम बंगाल।

किशनगंज जिले के गलगलिया खनन चेकपोस्ट पर खनन विभाग की मौजूदगी के कारण बीते रात से इंट्री माफियाओं में हड़कंप मची हुआ है। बिहार-बंगाल बॉर्डर के चक्करमारी में सैकड़ों ओवरलोड डंपर और ट्रक बिहार में प्रवेश करने के लिए खड़ी हैं।

पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिलाधिकारी डॉ. प्रीति गोयल ने 28/06/2024 को आदेश जारी किया था कि मानसून के मौसम के दौरान 01/07/2024 से 30/09/2024 तक नंदी तल से रेत उठाने, लोड करने और परिवहन पर प्रतिबंध रहेगा। इसके बावजूद, दार्जिलिंग जिलाधिकारी के आदेश का उल्लंघन कर सैकड़ों ओवरलोड वाहनों का परिचालन पश्चिम बंगाल की सड़कों पर जारी है।

दूसरी ओर, बिहार के खनन चेकपोस्ट गलगलिया में खनन विभाग की टीम बीते रात से पश्चिम बंगाल सीमा पर खड़े ओवरलोड बालू लदे गाड़ियों की बिहार में प्रवेश करने का इंतजार कर रही है। सूत्रों के अनुसार, बिहार-बंगाल सीमा पर स्थित गलगलिया खनन चेकपोस्ट पर खनन विभाग की टीम मुस्तैद है और ओवरलोड वाहनों के प्रवेश पर नजर रख रही है। खनन माफिया खनन चेकपोस्ट से अधिकारियों के हटने का इंतजार कर रहे हैं, जैसे हीं खनन विभाग की टीम चेक पोस्ट से हटेंगे बंगाल सीमा पर खड़े बालू, बेड़मीसाली लदें सैकड़ो ओवरलोड ट्रक, डंपर, टेक्ट्रर, बिहार की सीमा पर प्रवेश कर सड़कों पर दौड़ना शुरू कर देंगे ताकि वे बिहार में प्रवेश कर सकें। इस स्थिति ने दोनों राज्यों के अधिकारियों के बीच समन्वय और कानून के पालन के मुद्दों को उजागर किया है। बिहार की सीमा पर खनन विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी से एंट्री माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है।
गौरतलब हो कि पश्चिम बंगाल के चक्करमारी में ओवरलोड वाहनों की बड़ी संख्या बिहार में प्रवेश के लिए इंतजार कर रही है। इन वाहनों को चेकपोस्ट पर जांचने के लिए खनन विभाग पूरी तरह तैयार है। ये वाहन आमतौर पर खनन सामग्री जैसे बालू या पत्थर ले जाते हैं और इनकी ओवरलोडिंग से सड़कें और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रभावित हो सकते हैं। विभाग का उद्देश्य ओवरलोडिंग को रोकना और नियमों का पालन सुनिश्चित करना है।

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