सारस न्यूज, सिलीगुड़ी।
- लड़की को बहला-फुसलाकर शादी का दबाव बनाया जा रहा था
- अरुणाचल प्रदेश ले जाने की योजना थी, एसएसबी ने समय रहते रोका
नक्सलबाड़ी: भारत-नेपाल सीमा पर स्थित पानीटंकी में तैनात सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 41वीं बटालियन की सी कंपनी के जवानों ने सतर्कता दिखाते हुए एक 16 वर्षीय नाबालिग किशोरी को तस्करी के प्रयास से बचा लिया। इस कार्रवाई में एसएसबी ने नेपाल के दो नागरिकों — एक पुरुष और एक महिला — को हिरासत में लिया है।
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान शंकर राय (27) और कांची राय (61) के रूप में हुई है, जो नेपाल के भोजपुर ज़िले के डोभाने गांव, वार्ड संख्या 4 के निवासी हैं। जांच के दौरान शंकर राय के पास से भारतीय आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, नेपाली नागरिकता प्रमाण और नेपाली वोटर आईडी जब्त किए गए। महिला के पास से दो आधार कार्ड, दो वोटर आईडी, दो पैन कार्ड (एक स्वयं का, दूसरा बेटी का), आभूषण तथा ₹50,000 की भारतीय मुद्रा बरामद की गई।
दोनों के दस्तावेजों पर सोनितपुर (असम) का पता दर्ज था, लेकिन पूछताछ में उन्होंने खुद को अरुणाचल प्रदेश के ज़ीरो गांव का निवासी बताया।
एसएसबी से मिली जानकारी के अनुसार, चार महीने पहले शंकर राय नेपाल गया था। एक पारिवारिक कार्यक्रम में उसकी मुलाकात नाबालिग लड़की से हुई। उसने लड़की को बहलाकर अपने प्रेम में फँसाया, शादी का दबाव बनाया और उसका शारीरिक शोषण भी किया।
बाद में उसने लड़की को भारत (अरुणाचल प्रदेश) ले जाने की योजना बनाई और इसके लिए अपनी माँ कांची राय को नेपाल बुलाया। 20 जुलाई को तीनों डोभाने से काकरभिट्ठा (नेपाल) पहुंचे और 22 जुलाई को पानीटंकी के रास्ते भारत में घुसने का प्रयास कर रहे थे, जब एसएसबी ने उन्हें पकड़ लिया।
पूछताछ और दस्तावेज़ी कार्रवाई के बाद एसएसबी ने नाबालिग लड़की समेत पकड़े गए दोनों नेपाली नागरिकों को खोरीबाड़ी थाना को सौंप दिया है।