उप-महानिरीक्षक मंजीत सिंह पड्डा के दिशानिर्देश में आज क्षेत्रीय मुख्यालय, रानीडंगा में संदीक्षा परिवार की महिलाओं के लिए एक विशेष साइबर जागरूकता वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य संदीक्षा परिवार की महिलाओं को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करना और उन्हें इंटरनेट पर मौजूद खतरों से बचने के उपाय सिखाना था।
कार्यक्रम में सहायक कमांडेंट (ISO) सुनील कुमार ने साइबर सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर गहन जानकारी प्रदान की। उन्होंने साइबर जोखिमों से बचाव और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर व्यक्तिगत डेटा को सुरक्षित रखने के महत्वपूर्ण उपायों पर चर्चा की। वर्कशॉप में निम्नलिखित विषयों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया:
साइबर जोखिमों की पहचान और उनकी समझ।
पासवर्ड सुरक्षा और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स का सुरक्षित उपयोग।
मलवेयर, वायरस, फिशिंग, और अन्य साइबर हमलों से बचाव।
साइबर सुरक्षा से जुड़े स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय कानूनों की जानकारी।
सुरक्षित इंटरनेट ब्राउज़िंग के तरीके।
सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा।
कार्यक्रम के दौरान, यह भी बताया गया कि साइबर हमलों से अपने डिजिटल जीवन को कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है। साथ ही, साइबर धोखाधड़ी की स्थिति में टोल-फ्री नंबर 1930 और वेबसाइट cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया भी विस्तार से समझाई गई।
इस अवसर पर संदीक्षा परिवार की सदस्य रीना वर्मा, तनुजा, प्रतिभा, जैस्मिन, पूजा, अनीता, निशा, मधु, राजश्री, और संगीता प्रमुख रूप से उपस्थित रहीं। उन्होंने इस वर्कशॉप से लाभ उठाया और साइबर सुरक्षा के महत्व को गहराई से समझा।
सारस न्यूज़, सिलीगुड़ी।
उप-महानिरीक्षक मंजीत सिंह पड्डा के दिशानिर्देश में आज क्षेत्रीय मुख्यालय, रानीडंगा में संदीक्षा परिवार की महिलाओं के लिए एक विशेष साइबर जागरूकता वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य संदीक्षा परिवार की महिलाओं को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करना और उन्हें इंटरनेट पर मौजूद खतरों से बचने के उपाय सिखाना था।
कार्यक्रम में सहायक कमांडेंट (ISO) सुनील कुमार ने साइबर सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर गहन जानकारी प्रदान की। उन्होंने साइबर जोखिमों से बचाव और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर व्यक्तिगत डेटा को सुरक्षित रखने के महत्वपूर्ण उपायों पर चर्चा की। वर्कशॉप में निम्नलिखित विषयों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया:
साइबर जोखिमों की पहचान और उनकी समझ।
पासवर्ड सुरक्षा और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स का सुरक्षित उपयोग।
मलवेयर, वायरस, फिशिंग, और अन्य साइबर हमलों से बचाव।
साइबर सुरक्षा से जुड़े स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय कानूनों की जानकारी।
सुरक्षित इंटरनेट ब्राउज़िंग के तरीके।
सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा।
कार्यक्रम के दौरान, यह भी बताया गया कि साइबर हमलों से अपने डिजिटल जीवन को कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है। साथ ही, साइबर धोखाधड़ी की स्थिति में टोल-फ्री नंबर 1930 और वेबसाइट cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया भी विस्तार से समझाई गई।
इस अवसर पर संदीक्षा परिवार की सदस्य रीना वर्मा, तनुजा, प्रतिभा, जैस्मिन, पूजा, अनीता, निशा, मधु, राजश्री, और संगीता प्रमुख रूप से उपस्थित रहीं। उन्होंने इस वर्कशॉप से लाभ उठाया और साइबर सुरक्षा के महत्व को गहराई से समझा।
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