सिलीगुड़ी: चुनाव बाद हिंसा को रोकने के लिए केंद्रीय बलों की एक कंपनी नक्सलबाड़ी में है। नक्सलबाड़ी हिंदी हाई स्कूल के अधिकारी स्कूल में केंद्रीय बलों की मौजूदगी से चिंतित हैं। मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रीय बल पिछले 21 जून से ही स्कूल में हैं। स्कूल प्रशासन का आरोप है चार दिन कहकर 18 दिन बीत जाने पर भी केंद्रीय बलों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई । जिसे लेकर स्कूल के हेडमास्टर ने नक्सलबाड़ी थाने को पत्र लिखा है। हेडमास्टर दमन कांत मिश्रा का आरोप है कि केंद्रीय बलों के कारण ग्यारहवीं कक्षा के कई छात्रों को प्रवेश नहीं मिल सका है। इस बीच अगले गुरुवार को स्कूल खुलने वाली है। इसे लेकर स्कूल प्रशासन चिंतित है। दार्जिलिंग जिले के पुलिस अधीक्षक प्रवीण प्रकाश ने कहा कि केंद्रीय बल चले जायेंगे। स्कूल को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
सारस न्यूज़, सिलीगुड़ी।
सिलीगुड़ी: चुनाव बाद हिंसा को रोकने के लिए केंद्रीय बलों की एक कंपनी नक्सलबाड़ी में है। नक्सलबाड़ी हिंदी हाई स्कूल के अधिकारी स्कूल में केंद्रीय बलों की मौजूदगी से चिंतित हैं। मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रीय बल पिछले 21 जून से ही स्कूल में हैं। स्कूल प्रशासन का आरोप है चार दिन कहकर 18 दिन बीत जाने पर भी केंद्रीय बलों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई । जिसे लेकर स्कूल के हेडमास्टर ने नक्सलबाड़ी थाने को पत्र लिखा है। हेडमास्टर दमन कांत मिश्रा का आरोप है कि केंद्रीय बलों के कारण ग्यारहवीं कक्षा के कई छात्रों को प्रवेश नहीं मिल सका है। इस बीच अगले गुरुवार को स्कूल खुलने वाली है। इसे लेकर स्कूल प्रशासन चिंतित है। दार्जिलिंग जिले के पुलिस अधीक्षक प्रवीण प्रकाश ने कहा कि केंद्रीय बल चले जायेंगे। स्कूल को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
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