सोमवार को सिलीगुड़ी के भाजपा विधायक शंकर घोष ने उत्तरकन्या में उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा से मुलाकात की और शहर की गंभीर ट्रैफिक समस्या व जर्जर होती नागरिक सुविधाओं पर तत्काल कार्रवाई की मांग की।
विधायक घोष ने कहा कि सिलीगुड़ी में ट्रैफिक जाम एक बड़ी चुनौती बन चुका है। “दिनभर शहर की प्रमुख सड़कों पर जाम की स्थिति बनी रहती है। इसका एक बड़ा कारण पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था का अभाव है,” उन्होंने कहा।
घोष ने सुझाव दिया कि शहर में मल्टी-लेवल पार्किंग की व्यवस्था की जाए ताकि बढ़ते वाहनों के दबाव को संभाला जा सके। उन्होंने बताया कि सिलीगुड़ी में वाहनों की संख्या हर साल 280 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है, लेकिन शहर में बड़ी पार्किंग जगहों का अभाव है, जिससे सड़कों के किनारे हजारों वाहन खड़े रहते हैं और यातायात अवरुद्ध होता है।
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार सिलीगुड़ी के उत्तरी हिस्से में NH10 पर एलिवेटेड कॉरिडोर, फ्लाईओवर और पुलों का निर्माण कर रही है, लेकिन स्थानीय निकायों ने पार्किंग जैसी बुनियादी जरूरतों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
“सिर्फ सड़कें बनाना काफी नहीं है, जब तक उसके साथ पार्किंग जैसे सहायक ढांचे भी न हों। स्थानीय निकायों की उदासीनता चिंता का विषय है,” घोष ने जोड़ा।
विधायक ने मंत्री से सिलीगुड़ी नगर निगम के कई वार्डों में सड़क, नाला, पुलिया, सामुदायिक शौचालय और तटबंधों जैसी बुनियादी सुविधाओं में सुधार की भी मांग की।
उन्होंने खासतौर पर चंपासारी क्षेत्र स्थित सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट में सीवरेज सिस्टम की खस्ताहाल स्थिति का मुद्दा उठाया। यह बाजार उत्तर बंगाल का सबसे बड़ा थोक बाजार है जहां मछली, फल और सब्जियों की भारी मात्रा में बिक्री होती है। व्यापारियों और ग्राहकों को यहां लंबे समय से साफ-सफाई और कचरा प्रबंधन की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
घोष ने उम्मीद जताई कि राज्य सरकार इन जनहित के मुद्दों पर शीघ्र निर्णय लेकर शहरवासियों को राहत पहुंचाएगी।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
सोमवार को सिलीगुड़ी के भाजपा विधायक शंकर घोष ने उत्तरकन्या में उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा से मुलाकात की और शहर की गंभीर ट्रैफिक समस्या व जर्जर होती नागरिक सुविधाओं पर तत्काल कार्रवाई की मांग की।
विधायक घोष ने कहा कि सिलीगुड़ी में ट्रैफिक जाम एक बड़ी चुनौती बन चुका है। “दिनभर शहर की प्रमुख सड़कों पर जाम की स्थिति बनी रहती है। इसका एक बड़ा कारण पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था का अभाव है,” उन्होंने कहा।
घोष ने सुझाव दिया कि शहर में मल्टी-लेवल पार्किंग की व्यवस्था की जाए ताकि बढ़ते वाहनों के दबाव को संभाला जा सके। उन्होंने बताया कि सिलीगुड़ी में वाहनों की संख्या हर साल 280 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है, लेकिन शहर में बड़ी पार्किंग जगहों का अभाव है, जिससे सड़कों के किनारे हजारों वाहन खड़े रहते हैं और यातायात अवरुद्ध होता है।
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार सिलीगुड़ी के उत्तरी हिस्से में NH10 पर एलिवेटेड कॉरिडोर, फ्लाईओवर और पुलों का निर्माण कर रही है, लेकिन स्थानीय निकायों ने पार्किंग जैसी बुनियादी जरूरतों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
“सिर्फ सड़कें बनाना काफी नहीं है, जब तक उसके साथ पार्किंग जैसे सहायक ढांचे भी न हों। स्थानीय निकायों की उदासीनता चिंता का विषय है,” घोष ने जोड़ा।
विधायक ने मंत्री से सिलीगुड़ी नगर निगम के कई वार्डों में सड़क, नाला, पुलिया, सामुदायिक शौचालय और तटबंधों जैसी बुनियादी सुविधाओं में सुधार की भी मांग की।
उन्होंने खासतौर पर चंपासारी क्षेत्र स्थित सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट में सीवरेज सिस्टम की खस्ताहाल स्थिति का मुद्दा उठाया। यह बाजार उत्तर बंगाल का सबसे बड़ा थोक बाजार है जहां मछली, फल और सब्जियों की भारी मात्रा में बिक्री होती है। व्यापारियों और ग्राहकों को यहां लंबे समय से साफ-सफाई और कचरा प्रबंधन की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
घोष ने उम्मीद जताई कि राज्य सरकार इन जनहित के मुद्दों पर शीघ्र निर्णय लेकर शहरवासियों को राहत पहुंचाएगी।
Leave a Reply