भारत-नेपाल व दार्जिलिंग जिले के अंतिम छोड़ पर बसा डांगुजोत श्री राम जानकी मंदिर में सोमवार को 24 घंटे का अष्टयाम का शुभारंभ हुआ। कमिटी के लोगों ने इसकी तैयारी एक दिन पहले ही कर रखी थी। अष्टयाम को लेकर सोमवार सुबह गाजे बाजे के साथ कलश यात्रा निकाली गई।
यह कलश यात्रा डांगुजोत राम जानकी मंदिर से शुरू होकर सीमावर्ती क्षेत्र भातगांव होते हुए मेची नदी पहुंची। इस कलश यात्रा में लगभग 111 कुमारी कन्याएं एवं महिलाएं सहित सैकड़ों पुरूष, युवक व बच्चे शामिल थे। कलश यात्रा में कुमारी कन्याएं व महिलाओं ने भारत-नेपाल के बीच बहने वाली मेची नदी से जल भरकर देवीगंज, बैरागीजोत होते हुए पुनः डांगुजोत श्री राम जानकी मंदिर पहुंची। इसके बाद पंडित द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ अष्टयाम यज्ञ का शुभारंभ किया गया। डांगुजोत राम जानकी मंदिर कमेटी के अरविंद यादव ने बताया कि यह अष्टयाम व यज्ञ समाज के सभी लोगों के सहयोग से समाज की सुख शांति एवं आपसी भाईचारे के साथ-साथ भगवान की कृपा बनी रहे इसलिए अष्टयाम का आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया बिहार के छत्तन गोरी के श्रीमती राधारानी कीर्तन मंडलीय, वीरनगाछी भाई – भाई कीर्तन मंडलीय व धापोडांगी के बम बम कीर्तन मंडलीय अपना जलवा दिखाने आये हुए हैं। साथ ही रात में बंगाल के पांजीपाड़ा के भाई-बहन संप्रदाय लीला मंडलीय द्वारा नाटक का भी आयोजन किया गया है। वहीं अष्टयाम को सफल बनाने के लिए कमेटी के अरविंद यादव के अलावा शंभु साह, रामअवतार महतो, बसंत महतो, अमरजीत साह, देवकुमार महतो, मनोज महतो, संतोष महतो, रामाशीष महतो, विनोद मंडल आदि लोगों की भागीदारी रही।
चंदन मंडल, सारस न्यूज, सिलीगुड़ी।
भारत-नेपाल व दार्जिलिंग जिले के अंतिम छोड़ पर बसा डांगुजोत श्री राम जानकी मंदिर में सोमवार को 24 घंटे का अष्टयाम का शुभारंभ हुआ। कमिटी के लोगों ने इसकी तैयारी एक दिन पहले ही कर रखी थी। अष्टयाम को लेकर सोमवार सुबह गाजे बाजे के साथ कलश यात्रा निकाली गई।
यह कलश यात्रा डांगुजोत राम जानकी मंदिर से शुरू होकर सीमावर्ती क्षेत्र भातगांव होते हुए मेची नदी पहुंची। इस कलश यात्रा में लगभग 111 कुमारी कन्याएं एवं महिलाएं सहित सैकड़ों पुरूष, युवक व बच्चे शामिल थे। कलश यात्रा में कुमारी कन्याएं व महिलाओं ने भारत-नेपाल के बीच बहने वाली मेची नदी से जल भरकर देवीगंज, बैरागीजोत होते हुए पुनः डांगुजोत श्री राम जानकी मंदिर पहुंची। इसके बाद पंडित द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ अष्टयाम यज्ञ का शुभारंभ किया गया। डांगुजोत राम जानकी मंदिर कमेटी के अरविंद यादव ने बताया कि यह अष्टयाम व यज्ञ समाज के सभी लोगों के सहयोग से समाज की सुख शांति एवं आपसी भाईचारे के साथ-साथ भगवान की कृपा बनी रहे इसलिए अष्टयाम का आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया बिहार के छत्तन गोरी के श्रीमती राधारानी कीर्तन मंडलीय, वीरनगाछी भाई – भाई कीर्तन मंडलीय व धापोडांगी के बम बम कीर्तन मंडलीय अपना जलवा दिखाने आये हुए हैं। साथ ही रात में बंगाल के पांजीपाड़ा के भाई-बहन संप्रदाय लीला मंडलीय द्वारा नाटक का भी आयोजन किया गया है। वहीं अष्टयाम को सफल बनाने के लिए कमेटी के अरविंद यादव के अलावा शंभु साह, रामअवतार महतो, बसंत महतो, अमरजीत साह, देवकुमार महतो, मनोज महतो, संतोष महतो, रामाशीष महतो, विनोद मंडल आदि लोगों की भागीदारी रही।
Leave a Reply