सारस न्यूज, चंदन मंडल, सिलीगुड़ी।
मुहर्रम पर्व को लेकर शनिवार को नक्सलबाड़ी में मुस्लिम समुदाय द्वारा जुलूस निकाला गया। जुलूस में शामिल लोग या अली और या हुसैन के नारे लगा रहे थे। या अली और या हुसैन के नारों से शहर गुंजायमान होता रहा। मुस्लिम धर्मावलंबी गावों में मुहर्रम का त्योहार मातमी जुलूस के साथ मनाया गया। इस दौरान सभी गांवों में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कर्बला में ताजिया कमेटी के लोग अमन चैन का पैगाम देते हुए शानदार लाठी खेल का आयोजन किया गया। जहां खिलाड़ी ने लोगों का मन मोह लिया।
इस दिन जुलूस में सिलीगुड़ी महकमा परिषद के सभाधिपति अरुण घोष मौजूद थे। इस दौरान सभाधिपति अरुण घोष ने कहा कि धर्म अलग – अलग है लेकिन त्योहार सभी का है। मुहर्रम धार्मिक रीति – रिवाज के अनुसार चल रहा है। आज लाठी खेला में 16 टीमें हिस्सा लेंगी। वहीं मुहर्रम के मौके पर किसी प्रकार की अप्रिय घटना न घटित हो इसके लिए नक्सलबाड़ी में दार्जिलिंग जिला पुलिस के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनोरंजन घोष सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद थे। बताया जाता है कि हजरत इमाम हुसैन को इस्लाम में शहीद का दर्जा हासिल है। हजरत इमामे हुसैन यजीद के आतंकी शासन के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए 14 साल कबल फूफा के निकट कर्बला की लड़ाई में इस्लाम को बचाने के लिए शहीद हो गए थे। इमाम हुसैन की शहादत के दिन को यवमें आशूरा कहते हैं, इस पर ही मोहर्रम मनाया जाता है।
