सारस न्यूज, सिलीगुड़ी।
सिलीगुड़ी : वंदे मातरम की गूंज के साथ 74वें गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्र के आन-बान-शान का प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा झंडा गुरुवार को पूरे देश समेत सिलीगुड़ी, नक्सलबाड़ी व खोरीबाड़ी समेत ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी एवं गैरसरकारी संस्थानों में लोगों ने आन, बान और शान के साथ तिरंगा फहराया तथा झंडे की सलामी दी गयी। वंदे मातरम गीत के माध्यम से भारत मां को याद किया गया। गणतंत्र पर्व पर शहर में लोग देश भक्ति में डूबे नजर आए।
सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस के कमिश्नर अखिलेश चतुर्वेदी ने झंडा फहराकर 74वां गणतंत्र दिवस मनाया। इस दौरान पुलिस कमिश्ननरेट मैदान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस की विनर्स, एसएसबी के साथ – साथ एनसीसी और विभिन्न स्कूलों के बच्चे परेड के माध्यम से शामिल हुए। मौके पर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नर अखिलेश चतुर्वेदी ने शहर वासियों को 74वां गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दिए।
मौके पर कमिश्नर अखिलेश चतुर्वेदी ने कहा कि हमारे गौरवमय तिरंगे को सलामी, व उन लाखों देशभक्तों को नमन जिनकी दशकों की क्रांति ने देश को आज़ाद कर इस गौरवमयी लोकतंत्र की स्थापना को मुमकिम बनाया। दूसरी ओर स्कूलों में शिक्षकों ने संविधान के संकल्प को दोहराया। रामजनम प्राथमिक विद्यालय के प्रभारी अंबुज कुमार राय ने कहा कि आज के दिन ही हमारा संविधान बनकर लागू हुआ था। भारत गणतंत्र तिरंगे के नीचे खड़े उन करोड़ो लोगो के पराक्रम से बना है, जिन्होंने हमारे तिरंगे की शान में अपना सर्वस्व कुर्बान किया।
गणतंत्र दिवस पर हमारी आन-बान-शान इस तिरंगे को हम सबका सलाम। वही डांगुजोत प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक प्रभारी सुरेंद्र बैठा ने कहा उन सेनाओं को शत-शत नमन करता हूं जिन्होंने देश की अखंडता और एकता के लिए देश के नाम अपनी जिंदगी कुर्बान कर दी। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान निर्माण का कार्य 26 जनवरी 1949 को पूरा कर लिया गया। लेकिन इस संविधान को 26 जनवरी 1950 को लागू कर एक विशाल लोकतंत्र की स्थापना की गयी।