151 कलश लेकर निकलीं महिलाएं, भजन-कीर्तन और झांकी से गूंजा वातावरण
सिलीगुड़ी, डांगुजोत: श्रीराम जानकी मंदिर प्रांगण में मंगलवार से 24 घंटे का अष्टयाम भक्ति भाव से आरंभ हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत भव्य कलश शोभायात्रा से हुई, जिसमें 151 महिलाओं और कन्याओं ने भाग लिया। यह यात्रा मंदिर से प्रारंभ होकर भारत-नेपाल सीमा पर बहने वाली मेची नदी तक पहुँची। श्रद्धालुओं ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पवित्र जल कलश में भरकर, बिहार के गलगलिया, खोरीबाड़ी ब्लॉक के सिंघयाजोत और देबीगंज होते हुए पुनः मंदिर में प्रवेश किया।
कलश यात्रा में भजन, भक्ति गीतों और डीजे की धुनों पर श्रद्धालु झूमते नजर आए, जिससे पूरा माहौल भक्तिरस से सराबोर हो गया।
महीनों पहले से थी तैयारियाँ आयोजक मंडल के सदस्य अरविंद यादव ने बताया कि इस कार्यक्रम की तैयारियाँ एक महीने पहले से चल रही थीं। गाँव के प्रत्येक परिवार ने सहयोग देकर इसे सफल बनाने में भूमिका निभाई। कार्यक्रम के दौरान राम नाम संकीर्तन हेतु प्रसिद्ध मंडलियों को आमंत्रित किया गया है, जो मनोहारी झांकी के साथ कीर्तन प्रस्तुत करेंगे।
रामलीला, रामायण पाठ और भंडारा भी आयोजित कार्यक्रम में आगे रामलीला, रामायण पाठ, और भक्तों के लिए खिचड़ी भंडारा भी आयोजित किया गया है, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु हिस्सा लेंगे।
सामाजिक सौहार्द का संदेश ग्राम के प्रमुख देवकुमार महतो ने कहा, “भगवान के नाम से जीवन में सकारात्मकता आती है और समाज में एकता तथा भक्तिभाव का संचार होता है।” वहीं जनप्रतिनिधि जोगी साह ने कहा, “ऐसे धार्मिक आयोजनों से समाज में प्रेम, भाईचारा और सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा मिलता है। ऐसे कार्यक्रमों का हर वर्ष आयोजन आवश्यक है।”
आयोजन में ये लोग रहे सक्रिय: जोगी साह, अर्जुन साह, शंभु साह, बसंत महतो, शिवकुमार महतो, देवकुमार महतो, अमन सिंह, विष्णु साह, अंकित यादव और श्रीराम साह सहित कई ग्रामीण कार्यकर्ता आयोजन में पूरी निष्ठा से जुटे रहे।
सारस न्यूज़, सिलीगुड़ी।
151 कलश लेकर निकलीं महिलाएं, भजन-कीर्तन और झांकी से गूंजा वातावरण
सिलीगुड़ी, डांगुजोत: श्रीराम जानकी मंदिर प्रांगण में मंगलवार से 24 घंटे का अष्टयाम भक्ति भाव से आरंभ हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत भव्य कलश शोभायात्रा से हुई, जिसमें 151 महिलाओं और कन्याओं ने भाग लिया। यह यात्रा मंदिर से प्रारंभ होकर भारत-नेपाल सीमा पर बहने वाली मेची नदी तक पहुँची। श्रद्धालुओं ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पवित्र जल कलश में भरकर, बिहार के गलगलिया, खोरीबाड़ी ब्लॉक के सिंघयाजोत और देबीगंज होते हुए पुनः मंदिर में प्रवेश किया।
कलश यात्रा में भजन, भक्ति गीतों और डीजे की धुनों पर श्रद्धालु झूमते नजर आए, जिससे पूरा माहौल भक्तिरस से सराबोर हो गया।
महीनों पहले से थी तैयारियाँ आयोजक मंडल के सदस्य अरविंद यादव ने बताया कि इस कार्यक्रम की तैयारियाँ एक महीने पहले से चल रही थीं। गाँव के प्रत्येक परिवार ने सहयोग देकर इसे सफल बनाने में भूमिका निभाई। कार्यक्रम के दौरान राम नाम संकीर्तन हेतु प्रसिद्ध मंडलियों को आमंत्रित किया गया है, जो मनोहारी झांकी के साथ कीर्तन प्रस्तुत करेंगे।
रामलीला, रामायण पाठ और भंडारा भी आयोजित कार्यक्रम में आगे रामलीला, रामायण पाठ, और भक्तों के लिए खिचड़ी भंडारा भी आयोजित किया गया है, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु हिस्सा लेंगे।
सामाजिक सौहार्द का संदेश ग्राम के प्रमुख देवकुमार महतो ने कहा, “भगवान के नाम से जीवन में सकारात्मकता आती है और समाज में एकता तथा भक्तिभाव का संचार होता है।” वहीं जनप्रतिनिधि जोगी साह ने कहा, “ऐसे धार्मिक आयोजनों से समाज में प्रेम, भाईचारा और सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा मिलता है। ऐसे कार्यक्रमों का हर वर्ष आयोजन आवश्यक है।”
आयोजन में ये लोग रहे सक्रिय: जोगी साह, अर्जुन साह, शंभु साह, बसंत महतो, शिवकुमार महतो, देवकुमार महतो, अमन सिंह, विष्णु साह, अंकित यादव और श्रीराम साह सहित कई ग्रामीण कार्यकर्ता आयोजन में पूरी निष्ठा से जुटे रहे।
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