अब हाथियों की निगरानी सीसीटीवी कैमरे से की जाएगी। बुधवार को कर्सियांग डिविजन ने चार वन विभाग इलाके में करीब 60 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। इसका कंट्रोल रूम बागडोगरा वन विभाग में लगाया गया है। यही से वन विभाग की टीम हाथियों की सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी करेंगी।
इस संबंध में पानीघाटा वन विभाग के रेंजर समीरन राज ने बताया कि कर्सियांग डिविजन के बावन पोखरी में 7 पानीघाटा में 12 टुकड़ियाझाड़ में 7 और बागडोगरा 32 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। बताते चलें कि इन सब इलाकों में हाथियों के हमले से अधिकतर लोगों की जान जाती थी। इन सब इलाकों में हाथियों का झुंड देखा जाता था। इसी को देखते हुए कर्सियांग डिविजन ने चार वन विभाग इलाके में सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। ताकि जंगल में हाथियों की पल पल नजर रख सकें। वहीं सीसीटीवी लगने से स्थानीय लोगों ने इस कार्य के लिए वन विभाग के प्रति आभार व्यक्त किया है।
एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा यह वन विभाग का सराहनीय कदम है। इससे हाथी का झुंड जैसे ही इलाके में प्रवेश करेंगे तो वन विभाग सीसीटीवी कैमरे देखकर तुरंत चले आएंगे। इससे हमलोगों को थोड़ी बहुत राहत मिली है। कई किसानों ने बताया हाथियों का झुंड इलाके में प्रवेश कर फसलों को नुकसान पहुंचाते थे। नक्सलबाड़ी इलाके में किसानों को फसल और यहां तक की रहने वाले लोगों को भी नुकसान पहुंचा चुके हैं। जंगली हाथी के आतंक से नक्सलबाड़ी इलाके के लोग रात में चैन की नींद नहीं सो पाते थे। किसान तो अपनी फसल को बचाने के लिए रात जगा करते थे। इलाके में हाथियों के प्रवेश व हमले से भय का माहौल रहता था। स्थानीय लोगों ने वन विभाग से हमेशा उचित कदम उठाने जाने की लगातार मांग कर रहे थे। इन इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगने से लोगों ने थोड़ी बहुत राहत की सांस ली है।
चार फारेस्ट इलाके में 60 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए।
सारस न्यूज, नक्सलबाड़ी।
अब हाथियों की निगरानी सीसीटीवी कैमरे से की जाएगी। बुधवार को कर्सियांग डिविजन ने चार वन विभाग इलाके में करीब 60 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। इसका कंट्रोल रूम बागडोगरा वन विभाग में लगाया गया है। यही से वन विभाग की टीम हाथियों की सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी करेंगी।
इस संबंध में पानीघाटा वन विभाग के रेंजर समीरन राज ने बताया कि कर्सियांग डिविजन के बावन पोखरी में 7 पानीघाटा में 12 टुकड़ियाझाड़ में 7 और बागडोगरा 32 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। बताते चलें कि इन सब इलाकों में हाथियों के हमले से अधिकतर लोगों की जान जाती थी। इन सब इलाकों में हाथियों का झुंड देखा जाता था। इसी को देखते हुए कर्सियांग डिविजन ने चार वन विभाग इलाके में सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। ताकि जंगल में हाथियों की पल पल नजर रख सकें। वहीं सीसीटीवी लगने से स्थानीय लोगों ने इस कार्य के लिए वन विभाग के प्रति आभार व्यक्त किया है।
एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा यह वन विभाग का सराहनीय कदम है। इससे हाथी का झुंड जैसे ही इलाके में प्रवेश करेंगे तो वन विभाग सीसीटीवी कैमरे देखकर तुरंत चले आएंगे। इससे हमलोगों को थोड़ी बहुत राहत मिली है। कई किसानों ने बताया हाथियों का झुंड इलाके में प्रवेश कर फसलों को नुकसान पहुंचाते थे। नक्सलबाड़ी इलाके में किसानों को फसल और यहां तक की रहने वाले लोगों को भी नुकसान पहुंचा चुके हैं। जंगली हाथी के आतंक से नक्सलबाड़ी इलाके के लोग रात में चैन की नींद नहीं सो पाते थे। किसान तो अपनी फसल को बचाने के लिए रात जगा करते थे। इलाके में हाथियों के प्रवेश व हमले से भय का माहौल रहता था। स्थानीय लोगों ने वन विभाग से हमेशा उचित कदम उठाने जाने की लगातार मांग कर रहे थे। इन इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगने से लोगों ने थोड़ी बहुत राहत की सांस ली है।
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