सारस न्यूज़, सिलीगुड़ी।
नक्सलबाड़ी: 2026 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए तृणमूल कांग्रेस ने पूरे राज्य के साथ-साथ सिलीगुड़ी महकमा के दो विधानसभा क्षेत्रों के लिए (संयोजक) को-ऑर्डिनेटरों की घोषणा की है। जैसे ही सिलीगुड़ी के ग्रामीण इलाकों के माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी और फांसीदेवा विधानसभा क्षेत्रों के लिए दो (संयोजक) को-ऑर्डिनेटरों के नामों की घोषणा हुई, राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई।
सिलीगुड़ी महकमा परिषद के अध्यक्ष अरुण घोष को माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी विधानसभा क्षेत्र में पार्टी के को-ऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, एसजेडीए सदस्य काजल घोष को फांसीदेवा-खोरीबाड़ी विधानसभा क्षेत्र का को-ऑर्डिनेटर बनाया गया है।
नई जिम्मेदारी मिलते ही दोनों (संयोजक) को-ऑर्डिनेटर ग्राउंड ज़ीरो पर उतर गए। मंगलवार को वे खोरीबाड़ी स्थित बीडीओ कार्यालय के एसआईआर हियरिंग सेंटर पहुंचे, जहां उन्होंने आम लोगों की समस्याएं और शिकायतें सुनीं। इसके साथ ही दोनों तृणमूल नेताओं ने हियरिंग प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों से भी बातचीत की।
इस दौरान उन्होंने एसआईआर प्रक्रिया में आम लोगों की मदद की और बताया कि किन-किन दस्तावेज़ों की आवश्यकता है और उन्हें किस तरह से एकत्र किया जाना है। हियरिंग सेंटर से फांसीदेवा के को-ऑर्डिनेटर काजल घोष ने 2026 के विधानसभा चुनाव में ‘ऑलराउंडर’ खेलते हुए माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी और फांसीदेवा की दोनों सीटों पर कब्ज़ा करने का दावा किया।
दूसरी ओर, चुनाव आयोग और भाजपा पर निशाना साधते हुए माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी के को-ऑर्डिनेटर अरुण घोष ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस अपनी लड़ाई पूरी ताकत से जारी रखेगी, ताकि कोई भी योग्य मतदाता छूट न जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह लड़ाई आम लोगों की ओर से लड़ी जा रही है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि सिलीगुड़ी की ग्रामीण राजनीति में तृणमूल कांग्रेस की सक्रियता अब और अधिक स्पष्ट हो गई है, क्योंकि नए को-ऑर्डिनेटरों की घोषणा के तुरंत बाद ही पार्टी मैदान में उतर आई और एसआईआर हियरिंग सेंटर के जरिए राजनीतिक संदेश देने लगी।
