नक्सलबाड़ी: “वंदे मातरम्” गीत के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर खोरीबाड़ी सर्किल के विभिन्न विद्यालयों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसी क्रम में शुक्रवार को डांगुजोत हिंदी प्राथमिक विद्यालय में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में राष्ट्रप्रेम की भावना जागृत करना और उन्हें “वंदे मातरम्” गीत के इतिहास व महत्व से अवगत कराना था।
इस अवसर पर शिक्षक समीर चौहान ने छात्रों को संबोधित करते हुए बताया कि “वंदे मातरम्” गीत भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान प्रेरणा का स्रोत रहा है। उन्होंने इसके रचयिता, रचना काल और ऐतिहासिक महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधान शिक्षक अम्बुज कुमार राय, शिक्षक समीर चौहान, विजय यादव, सविता कुमारी सहित सभी शिक्षक उपस्थित रहे। शिक्षकों ने छात्रों को “वंदे मातरम्” गीत का अर्थ समझाते हुए देशभक्ति और एकता की भावना को आत्मसात करने का संदेश दिया।
सारस न्यूज़, सिलीगुड़ी।
नक्सलबाड़ी: “वंदे मातरम्” गीत के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर खोरीबाड़ी सर्किल के विभिन्न विद्यालयों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसी क्रम में शुक्रवार को डांगुजोत हिंदी प्राथमिक विद्यालय में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में राष्ट्रप्रेम की भावना जागृत करना और उन्हें “वंदे मातरम्” गीत के इतिहास व महत्व से अवगत कराना था।
इस अवसर पर शिक्षक समीर चौहान ने छात्रों को संबोधित करते हुए बताया कि “वंदे मातरम्” गीत भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान प्रेरणा का स्रोत रहा है। उन्होंने इसके रचयिता, रचना काल और ऐतिहासिक महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधान शिक्षक अम्बुज कुमार राय, शिक्षक समीर चौहान, विजय यादव, सविता कुमारी सहित सभी शिक्षक उपस्थित रहे। शिक्षकों ने छात्रों को “वंदे मातरम्” गीत का अर्थ समझाते हुए देशभक्ति और एकता की भावना को आत्मसात करने का संदेश दिया।
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