पानीटंकी क्षेत्र के एक होटल में एक युवती से कथित दुष्कर्म के मामले ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। खोरीबाड़ी थाना की पुलिस ने इस मामले में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के एक जवान और युवती की ममेरी बहन को गिरफ्तार किया है। घटना के बाद एसएसबी ने अपने जवान को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पुष्किंदर प्रसाद (एसएसबी जवान, 41वीं वाहिनी, कुटियाजोत स्थित मदनजोत कंपनी में पदस्थापित) और मौसमी सिंह (पीड़िता की ममेरी बहन) के रूप में की गई है। शनिवार को दोनों को सिलीगुड़ी अदालत में पेश किया गया।
ऐसे सामने आई घटना:
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को रानीगंज-पानीशाली इलाके की 19 वर्षीय युवती सुबह से लापता थी। दोपहर करीब 12 बजे वह अचानक घर लौटी और अत्यधिक थकी हुई अवस्था में सो गई। जब उसकी मां ने उसे जगाया, तो उसने रोते हुए अपनी आपबीती बताई, जिससे घरवाले स्तब्ध रह गए। उसे फौरन प्राथमिक उपचार के लिए बतासी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत गंभीर देख उसे उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।
पीड़िता के अनुसार, उसकी ममेरी बहन मौसमी सिंह उसे पैसे दिलाने के बहाने एक होटल में ले गई, जहां पहले से ही एसएसबी जवान मौजूद था। आरोप है कि वहीं उसके साथ दुष्कर्म किया गया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई:
परिजनों ने शुक्रवार रात खोरीबाड़ी थाना में मौसमी सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पहले मौसमी सिंह को गिरफ्तार किया। पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर एसएसबी जवान पुष्किंदर प्रसाद को भी हिरासत में लिया गया।
प्रशासनिक प्रतिक्रिया:
दार्जिलिंग ग्रामीण एसडीपीओ आशीष कुमार ने इस घटना को अत्यंत निंदनीय बताया और कहा कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि यदि होटल प्रशासन की लापरवाही सामने आती है, तो उनके विरुद्ध भी सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
एसएसबी का बयान:
सिलीगुड़ी फ्रंटियर के डीआईजी ए.के.सी. सिंह ने घटना पर गहरा दुःख जताया है। उन्होंने कहा कि एसएसबी आमतौर पर सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा और जनहित के कार्यों में अग्रणी भूमिका निभाती है, लेकिन इस तरह की घटना अस्वीकार्य है। आरोपी जवान को निलंबित कर दिया गया है और बल की ओर से मामले की पूरी जानकारी संबंधित विभागों को दी जा रही है।
यह मामला केवल एक युवती के सम्मान का नहीं, बल्कि उन सुरक्षा बलों की जिम्मेदारी और विश्वास पर भी प्रश्नचिन्ह है जिन पर सीमाओं की रक्षा का भार है। मामले की निष्पक्ष जांच और कठोर कार्रवाई की मांग क्षेत्रीय लोगों द्वारा की जा रही है।
सारस न्यूज़, सिलीगुड़ी।
पानीटंकी क्षेत्र के एक होटल में एक युवती से कथित दुष्कर्म के मामले ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। खोरीबाड़ी थाना की पुलिस ने इस मामले में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के एक जवान और युवती की ममेरी बहन को गिरफ्तार किया है। घटना के बाद एसएसबी ने अपने जवान को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पुष्किंदर प्रसाद (एसएसबी जवान, 41वीं वाहिनी, कुटियाजोत स्थित मदनजोत कंपनी में पदस्थापित) और मौसमी सिंह (पीड़िता की ममेरी बहन) के रूप में की गई है। शनिवार को दोनों को सिलीगुड़ी अदालत में पेश किया गया।
ऐसे सामने आई घटना:
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को रानीगंज-पानीशाली इलाके की 19 वर्षीय युवती सुबह से लापता थी। दोपहर करीब 12 बजे वह अचानक घर लौटी और अत्यधिक थकी हुई अवस्था में सो गई। जब उसकी मां ने उसे जगाया, तो उसने रोते हुए अपनी आपबीती बताई, जिससे घरवाले स्तब्ध रह गए। उसे फौरन प्राथमिक उपचार के लिए बतासी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत गंभीर देख उसे उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।
पीड़िता के अनुसार, उसकी ममेरी बहन मौसमी सिंह उसे पैसे दिलाने के बहाने एक होटल में ले गई, जहां पहले से ही एसएसबी जवान मौजूद था। आरोप है कि वहीं उसके साथ दुष्कर्म किया गया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई:
परिजनों ने शुक्रवार रात खोरीबाड़ी थाना में मौसमी सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पहले मौसमी सिंह को गिरफ्तार किया। पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर एसएसबी जवान पुष्किंदर प्रसाद को भी हिरासत में लिया गया।
प्रशासनिक प्रतिक्रिया:
दार्जिलिंग ग्रामीण एसडीपीओ आशीष कुमार ने इस घटना को अत्यंत निंदनीय बताया और कहा कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि यदि होटल प्रशासन की लापरवाही सामने आती है, तो उनके विरुद्ध भी सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
एसएसबी का बयान:
सिलीगुड़ी फ्रंटियर के डीआईजी ए.के.सी. सिंह ने घटना पर गहरा दुःख जताया है। उन्होंने कहा कि एसएसबी आमतौर पर सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा और जनहित के कार्यों में अग्रणी भूमिका निभाती है, लेकिन इस तरह की घटना अस्वीकार्य है। आरोपी जवान को निलंबित कर दिया गया है और बल की ओर से मामले की पूरी जानकारी संबंधित विभागों को दी जा रही है।
यह मामला केवल एक युवती के सम्मान का नहीं, बल्कि उन सुरक्षा बलों की जिम्मेदारी और विश्वास पर भी प्रश्नचिन्ह है जिन पर सीमाओं की रक्षा का भार है। मामले की निष्पक्ष जांच और कठोर कार्रवाई की मांग क्षेत्रीय लोगों द्वारा की जा रही है।
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