धीराज का नेपाल के एक बड़े सुपारी डीलर से भी है कनेक्शन, पुलिस कर रही है गहन पूछताछ
सुपारी चोरी के मामले में उत्तर बंगाल के सबसे बड़े सुपारी माफिया धीरज घोष को सिलीगुड़ी अदालत ने छह दिन की रिमांड पर नक्सलबाड़ी थाना पुलिस को सौंप दिया है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नक्सलबाड़ी थाना की पुलिस ने आज रविवार को सुपारी माफिया धीरज घोष को सात दिन की पुलिस रिमांड की अर्जी पर सिलीगुड़ी अदालत में पेश किया, लेकिन अदालत ने छह दिन की पुलिस रिमांड की मंजूरी दी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सुपारी माफिया धीरज घोष पर करोड़ों की जीएसटी चोरी और फर्जी दस्तावेज बनाकर भारत–नेपाल, दिल्ली–मुंबई के अलावा विभिन्न राज्यों में सुपारी तस्करी करने के आरोप हैं।
यहां तक कि धीरज घोष के नाम पर आदिवासियों की लगभग 400 लोगों की जमीन दर्ज हो चुकी है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि धीरज घोष ने करोड़ों रुपये की जीएसटी चोरी कर और फर्जी दस्तावेज बनाकर भारी मात्रा में धन कमाया, जिससे केंद्र और राज्य सरकार को करोड़ों रुपये का राजस्व घाटा हुआ है।
पुलिस के अनुसार, धीरज घोष का कनेक्शन कूचबिहार निवासी विनय वर्मन के अलावा नेपाल के एक बड़े सुपारी व्यापारी से भी है। इसका नेटवर्क कहां तक फैला है, इसका पता लगाने के लिए पुलिस आरोपित से गहन पूछताछ कर रही है।
गौरतलब है कि दार्जिलिंग जिला पुलिस अधीक्षक प्रवीण प्रकाश के निर्देश पर शनिवार को नक्सलबाड़ी थाना की पुलिस ने फर्जी दस्तावेज बनाकर सुपारी चोरी करने और करोड़ों रुपये की जीएसटी चोरी के आरोप में नक्सलबाड़ी से उसे गिरफ्तार किया था।
सारस न्यूज़, सिलीगुड़ी।
धीराज का नेपाल के एक बड़े सुपारी डीलर से भी है कनेक्शन, पुलिस कर रही है गहन पूछताछ
सुपारी चोरी के मामले में उत्तर बंगाल के सबसे बड़े सुपारी माफिया धीरज घोष को सिलीगुड़ी अदालत ने छह दिन की रिमांड पर नक्सलबाड़ी थाना पुलिस को सौंप दिया है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नक्सलबाड़ी थाना की पुलिस ने आज रविवार को सुपारी माफिया धीरज घोष को सात दिन की पुलिस रिमांड की अर्जी पर सिलीगुड़ी अदालत में पेश किया, लेकिन अदालत ने छह दिन की पुलिस रिमांड की मंजूरी दी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सुपारी माफिया धीरज घोष पर करोड़ों की जीएसटी चोरी और फर्जी दस्तावेज बनाकर भारत–नेपाल, दिल्ली–मुंबई के अलावा विभिन्न राज्यों में सुपारी तस्करी करने के आरोप हैं।
यहां तक कि धीरज घोष के नाम पर आदिवासियों की लगभग 400 लोगों की जमीन दर्ज हो चुकी है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि धीरज घोष ने करोड़ों रुपये की जीएसटी चोरी कर और फर्जी दस्तावेज बनाकर भारी मात्रा में धन कमाया, जिससे केंद्र और राज्य सरकार को करोड़ों रुपये का राजस्व घाटा हुआ है।
पुलिस के अनुसार, धीरज घोष का कनेक्शन कूचबिहार निवासी विनय वर्मन के अलावा नेपाल के एक बड़े सुपारी व्यापारी से भी है। इसका नेटवर्क कहां तक फैला है, इसका पता लगाने के लिए पुलिस आरोपित से गहन पूछताछ कर रही है।
गौरतलब है कि दार्जिलिंग जिला पुलिस अधीक्षक प्रवीण प्रकाश के निर्देश पर शनिवार को नक्सलबाड़ी थाना की पुलिस ने फर्जी दस्तावेज बनाकर सुपारी चोरी करने और करोड़ों रुपये की जीएसटी चोरी के आरोप में नक्सलबाड़ी से उसे गिरफ्तार किया था।
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