भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी की 41वीं वाहिनी की भातगांव कंपनी के जवानों द्वारा मनमानी की जा रही है। ताजा मामला शुक्रवार को देखने को मिला। जहां सीमा पर तैनात एसएसबी की सिविल जवानों ने एक सकीना खातून समेत तीन महिलाएं के साथ अभद्र व्यवहार से बातचीत की ओर उसे बिना किसी वजह के अंदर ले गई। जिसके कारण पूरे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। प्राप्त जानकारी के अनुसार तीनों महिला प्रत्येक दिन थोड़ा- थोड़ा करके चीनी चावल नेपाल में ले जाकर अपना जीवन यापन करती है। शुक्रवार को भी वह कुछ सामान लेकर नेपाल जा रही थी। उसी वक्त एसएसबी ओर सिविल जवानों ने बिना वजह उनसे अभद्र व्यवहार से बातचीत करते हुए उन सबको पकड़कर अंदर ले गई। ग्रामीणों के माने तो असिस्टेंट कमांडेंट (एसी) कुणाल ने जबसे भातगांव कंपनी में पदभार संभाला है तबसे भातगांव बॉर्डर में अशांति पैदा होती रहती है और आए दिन तू तू मैं मैं होती रहती है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि एसी कुणाल की वजह से रोटी बेटी का संबध भी खराब हो रहा है। साथ ही एसी कुणाल का ग्रामीणों के साथ तालमेल भी नहीं बैठ पाता है। इसके अलावे तस्करी में काफी इजाफा हुआ है। ग्रामीणों के अनुसार इससे पूर्व भातगांव के कंपनी के इंस्पेक्टर नीलमणी ग्रामीणों के साथ आपस में तालमेल बनाकर रखते थे। साथ ही नीलमणी ने तस्करी पर भी अंकुश लगाए हुए थे। इस संबध में असिस्टेंट कमांडेंट कुणाल से फोन पर बात करने पर उन्होंने वरीय अधिकारियों से बात करने की बात कही।
सारसर न्यूज, सिलीगुड़ी।
भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी की 41वीं वाहिनी की भातगांव कंपनी के जवानों द्वारा मनमानी की जा रही है। ताजा मामला शुक्रवार को देखने को मिला। जहां सीमा पर तैनात एसएसबी की सिविल जवानों ने एक सकीना खातून समेत तीन महिलाएं के साथ अभद्र व्यवहार से बातचीत की ओर उसे बिना किसी वजह के अंदर ले गई। जिसके कारण पूरे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। प्राप्त जानकारी के अनुसार तीनों महिला प्रत्येक दिन थोड़ा- थोड़ा करके चीनी चावल नेपाल में ले जाकर अपना जीवन यापन करती है। शुक्रवार को भी वह कुछ सामान लेकर नेपाल जा रही थी। उसी वक्त एसएसबी ओर सिविल जवानों ने बिना वजह उनसे अभद्र व्यवहार से बातचीत करते हुए उन सबको पकड़कर अंदर ले गई। ग्रामीणों के माने तो असिस्टेंट कमांडेंट (एसी) कुणाल ने जबसे भातगांव कंपनी में पदभार संभाला है तबसे भातगांव बॉर्डर में अशांति पैदा होती रहती है और आए दिन तू तू मैं मैं होती रहती है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि एसी कुणाल की वजह से रोटी बेटी का संबध भी खराब हो रहा है। साथ ही एसी कुणाल का ग्रामीणों के साथ तालमेल भी नहीं बैठ पाता है। इसके अलावे तस्करी में काफी इजाफा हुआ है। ग्रामीणों के अनुसार इससे पूर्व भातगांव के कंपनी के इंस्पेक्टर नीलमणी ग्रामीणों के साथ आपस में तालमेल बनाकर रखते थे। साथ ही नीलमणी ने तस्करी पर भी अंकुश लगाए हुए थे। इस संबध में असिस्टेंट कमांडेंट कुणाल से फोन पर बात करने पर उन्होंने वरीय अधिकारियों से बात करने की बात कही।
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