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बतासी के बलायझोरा में 49 वर्षों से हो रही मां काली की पूजा।

सारस न्यूज, सिलीगुड़ी।

पड़ोसी देश नेपाल व बिहार, आदि जगहों से पहुंचेंते हैं श्रद्धालु माथा टेकने

पड़ोसी देश नेपाल व पड़ोसी राज्य बिहार सीमांत से घिरे खोरीबाड़ी प्रखंड के बतासी के बलायझोरा में बड़ा मां काली मंदिर में मकर संक्रांति के अवसर पर विशेष पूजा – अर्चना की जाती है और मेला लगता है । इसको लेकर कमेटी प्रबंधन द्वारा मेला की तैयारी पूरी कर ली गई है। साथ ही मंदिर की साफ -सफाई व रंग रोगन का काम भी पूरा हो चुका है। यह बड़ा काली मंदिर स्थानीय अश्विनी कुमार दे द्वारा 1975 में बतासी स्थित बलायझोरा में बड़ा काली मंदिर स्थापित की गई थी।

स्थापना के समय में बड़ा काली माता की प्रतिमा 35 हाथ की ऊंचाई के बराबर बनायी जाती थी। परंतु कुछ वर्षों से उससे छोटी प्रतिमा बन रही है । यह मंदिर आस्थाओं से जुड़ा है। इस संबंध में कमेटी के अध्यक्ष प्रभात मंडल ने बताया कि काली मंदिर में मकर संक्राति के अवसर पर आयोजित मां काली पूजा अर्चना करने श्रद्धालुओ का जन सैलाब उमड़ता है। उन्होंने बताया नेपाल, बिहार, बंगाल के विभिन्न क्षेत्रों से काफी संख्या में श्रधालु यहां पहुंच पूजा अर्चना करने आते हैं।

श्रद्धालुओं का मानना है कि मन से मांगी मुरादें मां काली अवश्य पूरी करती है। प्रभात मंडल ने बताया इस वर्ष 15 जनवरी को 12 बजे रात काली माता का पूजा अर्चना की जायेगी। 16, 17 व 18 जनवरी को मेला का आयोजन किया जायेगा। कमेटी के अमल मंडल ने बताया कि पहले 35 हाथ लंबाई की प्रतिमा बनाई जाती थी। परंतु कुछ वर्षों से अब 22 हाथ की प्रतिमा निर्माण की जाती है। उन्होंने बताया 49 वर्षों से ही प्रत्येक वर्ष मकर संक्रांति के रात बारह बजे पूजा की जाती है। लेकिन इस वर्ष 15 जनवरी को रात
बारह बजे मां काली का विधिवत पूजा -अर्चना की जायेगी। वहीं पूजा आयोजन को सफल बनाने को लेकर कमिटी के अध्यक्ष प्रभात मंडल, अमल मंडल, कोषाध्यक्ष विश्वजीत मंडल सहित कमिटी के अन्य सभी कार्यकर्ता जोर – शोर से लगे हुए हैं ।

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