सारस न्यूज टीम, गलगलिया।
गलगलिया भातगांव पंचायत से सटे बंगाल के सिलीगुड़ी महकमा परिषद अंतर्गत खोरीबाड़ी प्रखंड के बिन्नाबाड़ी पंचायत का गठन हंगामे के बीच अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया है। बताते चले कि ठाकुरगंज प्रखंड के भातगांव पंचायत से बंगाल के खोरीबाड़ी प्रखंड अंतर्गत बिन्नाबाड़ी पंचायत चुनाव गत 26 जून को सम्पन्न होने के 29 जून को चुनाव के परिणाम घोषित कर दिए गए थे। 13 वार्डों से बना बिन्नाबाड़ी पंचायत में 9 वार्डों में टीएमसी के वार्ड सदस्यों ने जीत दर्ज की थी।
जबकि मात्र 4 वार्डों में ही भाजपा के वार्ड सदस्यों ने अपनी जीत सुनिश्चित कर सकी। अब बारी थी बिन्नाबाड़ी पंचायत के प्रधान के चयन की। बिन्नाबाड़ी पंचायत के प्रधान की सीट अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवार के लिए आरक्षित है। यहां मामला दिलचस्प रूप ले चुकी है। क्योंकि 13 वार्ड में से 9 वार्डों पर जीत हासिल करने के बावजूद भी टीएमसी के पास एक भी अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवार विजयी नहीं हुए जबकि भाजपा दो अनुसूचित जनजाति के साथ 4 वार्डों में जीत हासिल किए हैं। टीएमसी बहुमत में होने के बावजूद भी अपने दल की प्रधान नहीं बनना यह बात हजम नहीं हो रही है एवं तृणमूल नेताओं व कार्यकर्ताओं को एक बड़ी दुविधा में डाल दिया है।
इसके मद्देनजर काफी हंगामे के बीच खोरीबाड़ी प्रखंड के बिन्नाबाड़ी पंचायत का गठन सोमवार को स्थगित कर दिया गया है। जिसके कारण हजारों की संख्या में भाजपा नेता व कार्यकर्ताओं तथा समर्थकों ने विरोध जताते हुए बिन्नाबाड़ी पंचायत का घेराव कर दिया। यह विरोध 12 बजे से शाम तक चला। मौके पर भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं व पुलिस कर्मियों के बीच धक्का मुक्की भी हुई। वहीं मौके पर पहुंचे माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी भाजपा के विधायक आनंदमय वर्मन ने पत्रकारों से कहा कि बिन्नाबाड़ी पंचायत के प्रधान के लिए एसटी सीट रिजर्व है।
भाजपा का 2 सदस्य एसटी है और तृणमूल का 9 सदस्यों में से एक भी एसटी सदस्य नहीं है। तृणमूल पंचायत का प्रधान नहीं होगा और भाजपा का प्रधान होगा। खोरीबाड़ी बीडीओ ने बताया कि निर्धारित समय पर कोई भी विजयी वार्ड सदस्य नहीं पहुंचने के कारण बिन्नाबाड़ी पंचायत का गठन अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया है।