दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में भारी बारिश और भूस्खलन के चलते टॉय ट्रेन की एनजेपी-दार्जिलिंग सेवा छह सितंबर तक रद्द, भूस्खलन से डीएचआर ट्रैक को पहुंचा काफी नुकसान।
दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र और सिलीगुड़ी में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश और तीनधारिया और रंगटंग में भूस्खलन के चलते से टॉय ट्रेनसेवा एक बार फिर प्रभावित हो गई है। भूस्खलन के कारण डीएचआर ट्रैक को काफी नुकसान पहुंचा है, इस वजह से लगातार तीसरे दिन भी एनजेपी से दार्जिलिंग तथा दार्जिलिंग से एनजेपी के बीच चलने वाली टॉय ट्रेन सेवा रद्द रही। एक सितंबर से ही एनजेपी से दार्जिलिंग तथा दार्जिलिंग से एनजेपी के बीच टॉय ट्रेन सेवा ठप है। डीएचआर ट्रैक का मरम्मत कार्य पूरा नहीं होने की वजह से दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे (डीएचआर) के तहत चलाई जाने वाली यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज दर्जा प्राप्त टॉय ट्रेन की एनजेपी-दार्जिलिंग सेवा को फिलहाल छह सितंबर तक तक रोक दिया गया है। डीएचआर के निदेशक एके मिश्रा ने कहा कि पिछले कई दिनों से हो रही बारिश से तीनधारिया और रंगटंग में भूस्खलन हो गया है। इससे डीएचआर ट्रैक के क्षतिग्रस्त हो जाने से सुरक्षा कारणों से टॉय ट्रेन की सेवा रोकना पड़ा। ट्रैक के मरम्मत का कार्य चल रहा है। मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद फिर से यह सेवा शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि टॉय की अन्य सेवा चल रही हैं।
उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग-घूम-दार्जिलिंग टॉय ट्रेन की 12 जोड़ी ज्वॉय राइड सेवाएं नियमित चल रही है। जिनमें आठ डीजल लोकोमोटिव से तथा चार स्टीम लोकोमोटिव से चलाई जा रही हैं। उन्होंन कहा कि टॉय ट्रेन की इन सेवाओं को शुरू किए जाने बाद इस क्षेत्र के पर्यटन को बढ़ावा देने व टॉय ट्रेन के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ाने के लिए डीएचआर में नई-नई इनोवेटिव आइडिया के साथ टॉय ट्रेन की सेवाएं शुरू की जा रही हैं। बताया गया कि कोरोना वायरस की परिस्थिति में सुधार तथा त्यौहारी सीजन में दार्जीलिंग मे पर्यटकों की संख्या बढऩे की उम्मीद है। इसे देखते हुए एक अक्टूबर से टॉय ट्रेन सेवा को 12 जोड़ी बढ़ाकर 16 जोड़ी किया जाएगा। जिनमें चार जोड़ी स्टीम इंजन से युक्त होगी, तथा 12 जोड़ी डीजल इंजन से युक्त होगी।
डीएचआर सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार कोरोनावायरस महामारी के मामले में काफी गिरावट आने के बाद इस वर्ष फरवरी-मार्च से टॉय ट्रेन सेवा शुरू की गई थी। यह सेवा शुरू होने के बाद मई-जून महीने में पर्यटकों को टॉय ट्रेन की सवारी खूब पसंद आई। हमेशा घाटे में चलने वाली टॉय ट्रेन की भी जमकर कमाई हुई, जिसने पिछले सभी रिकॉर्ड को तोड़ दिया। विगत कुछ महीने में किंचित दिन छोड़ दिया जाए तो पहली बार भूस्खलन के चलते लगातार छह दिनों के लिए ट्रेन सेवा रद्द की गई है।
सारस न्यूज टीम, सिलीगुड़ी।
दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र और सिलीगुड़ी में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश और तीनधारिया और रंगटंग में भूस्खलन के चलते से टॉय ट्रेनसेवा एक बार फिर प्रभावित हो गई है। भूस्खलन के कारण डीएचआर ट्रैक को काफी नुकसान पहुंचा है, इस वजह से लगातार तीसरे दिन भी एनजेपी से दार्जिलिंग तथा दार्जिलिंग से एनजेपी के बीच चलने वाली टॉय ट्रेन सेवा रद्द रही। एक सितंबर से ही एनजेपी से दार्जिलिंग तथा दार्जिलिंग से एनजेपी के बीच टॉय ट्रेन सेवा ठप है। डीएचआर ट्रैक का मरम्मत कार्य पूरा नहीं होने की वजह से दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे (डीएचआर) के तहत चलाई जाने वाली यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज दर्जा प्राप्त टॉय ट्रेन की एनजेपी-दार्जिलिंग सेवा को फिलहाल छह सितंबर तक तक रोक दिया गया है। डीएचआर के निदेशक एके मिश्रा ने कहा कि पिछले कई दिनों से हो रही बारिश से तीनधारिया और रंगटंग में भूस्खलन हो गया है। इससे डीएचआर ट्रैक के क्षतिग्रस्त हो जाने से सुरक्षा कारणों से टॉय ट्रेन की सेवा रोकना पड़ा। ट्रैक के मरम्मत का कार्य चल रहा है। मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद फिर से यह सेवा शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि टॉय की अन्य सेवा चल रही हैं।
उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग-घूम-दार्जिलिंग टॉय ट्रेन की 12 जोड़ी ज्वॉय राइड सेवाएं नियमित चल रही है। जिनमें आठ डीजल लोकोमोटिव से तथा चार स्टीम लोकोमोटिव से चलाई जा रही हैं। उन्होंन कहा कि टॉय ट्रेन की इन सेवाओं को शुरू किए जाने बाद इस क्षेत्र के पर्यटन को बढ़ावा देने व टॉय ट्रेन के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ाने के लिए डीएचआर में नई-नई इनोवेटिव आइडिया के साथ टॉय ट्रेन की सेवाएं शुरू की जा रही हैं। बताया गया कि कोरोना वायरस की परिस्थिति में सुधार तथा त्यौहारी सीजन में दार्जीलिंग मे पर्यटकों की संख्या बढऩे की उम्मीद है। इसे देखते हुए एक अक्टूबर से टॉय ट्रेन सेवा को 12 जोड़ी बढ़ाकर 16 जोड़ी किया जाएगा। जिनमें चार जोड़ी स्टीम इंजन से युक्त होगी, तथा 12 जोड़ी डीजल इंजन से युक्त होगी।
डीएचआर सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार कोरोनावायरस महामारी के मामले में काफी गिरावट आने के बाद इस वर्ष फरवरी-मार्च से टॉय ट्रेन सेवा शुरू की गई थी। यह सेवा शुरू होने के बाद मई-जून महीने में पर्यटकों को टॉय ट्रेन की सवारी खूब पसंद आई। हमेशा घाटे में चलने वाली टॉय ट्रेन की भी जमकर कमाई हुई, जिसने पिछले सभी रिकॉर्ड को तोड़ दिया। विगत कुछ महीने में किंचित दिन छोड़ दिया जाए तो पहली बार भूस्खलन के चलते लगातार छह दिनों के लिए ट्रेन सेवा रद्द की गई है।
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