सारस न्यूज टीम, पटना।
किशनगंज जिले में ग्रामीण कार्य विभाग में कार्यरत कार्यपालक अभियंता संजय राय के ठिकानों से विजिलेंस ने छापेमारी कर शनिवार को पांच करोड़ से अधिक कैश बरामद किया था। इस मामले में बीजेपी ने नीतीश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने रविवार को कहा कि यह भ्रष्टाचार का बहुत बड़ा मामला है। इसकी स्वतंत्र एजेंसी से जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार को सफाई देनी चाहिए कि इन भ्रष्टाचारियों को आपका संरक्षण प्राप्त है क्या और इसमें आपकी संलिप्तता है या नहीं।
प्रतिपक्ष नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि जीरो टॉलरेंस की नीति भ्रष्टाचार के खिलाफ है। यह बोल कर सिर्फ नीतीश दिखावा करते हैं। इस मामले में नीतीश व डिप्टी सीएम तेजस्वी को सफाई देनी होगी। स्वतंत्र एजेंसी से जांच होने पर पता चलेगा कि कौन बड़े नेता इसमें शामिल हैं। इसमें टॉप लीडर्स शामिल हैं। दोषियों की संपत्ति जब्त होनी चाहिए।
विजय कुमार सिन्हा ने महागठबंधन की सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि क्या महागठबंधन सरकार बनने के बाद अधिकारियों से कहा जा रहा है कि पैसा वसूली करिए और ऊपर तक पहुंचाइए? क्या यह पैसा वसूला गया था? पहले भी ग्रामीण कार्य विभाग के इंजीनियरों के यहां पैसा पकड़ाया है। जब मैं स्पीकर था तो जांच के लिए कमेटी बनाई थी, लेकिन कमेटी की रिपोर्ट को कभी भी सदन में पेश नहीं होने दिया गया। बड़े-बड़े भ्रष्ट अधिकारी सीएम के साथ मीटिंग में बैठते हैं। हमने एनडीए सरकार में इस पर सवाल उठाया था लेकिन इस पर हम लोगों की नहीं सुनी गई थी। अभी पांच करोड़ रुपया जो पकड़ाया है इस मामले में सरकार की तरफ से लीपापोती की जा रही है।
बताते चलें कि भ्रष्ट इंजीनियर संजय राय के ठिकानों पर छापेमारी के बाद करोड़ों रुपये कैश समेत अकूत संपत्ति मिली है। किशनगंज और पटना के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। इतने कैश मिले थे कि देखकर विजिलेंस की टीम भी हैरान रह गई। नोट गिनने के लिए मशीनें मंगवानी पड़ीं। महागठबंधन सरकार में ग्रामीण कार्य विभाग तेजस्वी यादव के पास है। एनडीए सरकार में यह विभाग जेडीयू के जयंत राज के पास था।
