बुधवार को देवलाली (महाराष्ट्र) के फील्ड फायरिंग रेंज में सिंगापुर एवं भारतीय सेना के बीच 12वां द्विपक्षीय अभ्यास अग्नि योद्धा का समापन हुआ। दोनों देशों के बीच उक्त अभ्यास गत 13 नवंबर को शुरु की गई थी। अभ्यास अग्नि योद्धा के अंतर्गत दोनों देशों के सैन्य बलों ने संयुक्त रूप से फ़ायरपावर का प्रदर्शन एवं निष्पादन किया और इस अभ्यास में दोनों सेनाओं की आर्टिलरी शाखा द्वारा नई पीढ़ी के उपकरणों का उपयोग किया गया।
इस अभ्यास में संयुक्त योजना बनाने के अंतर्गत संयुक्त रूप से कंप्यूटर वॉरगेम में दोनों पक्षों ने भागीदारी की। दोनों पक्षों ने संयुक्त प्रशिक्षण चरण के अंतर्गत आला प्रौद्योगिकी और आर्टिलरी ऑब्जर्वेशन सिमुलेटर का उपयोग किया। आर्टिलरी में आधुनिक रुझानों और बेहतर आर्टिलरी योजना प्रक्रिया के विषय पर दोनों देशों के बीच विशेषज्ञ अकादमिक चर्चा आयोजित की गई। अभ्यास के अंतिम चरण के दौरान स्वदेशी रूप से निर्मित आर्टिलरी गन और हॉवित्जर तोपों ने भी भाग लिया।
इस अभ्यास ने ड्रिल्स एवं प्रक्रियाओं की आपसी समझ बढ़ाने और दोनों सेनाओं के बीच पारस्परिकता बेहतर करने में योगदान किया। समापन समारोह में भारत में सिंगापुर के उच्चायुक्त वोंग वाई कुएन और आर्टिलरी स्कूल के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल एस हरिमोहन अय्यर के साथ सिंगापुर के अन्य गणमान्य लोग तथा दोनों सेनाओं के सेवारत अधिकारी उपस्थित थे।
सारस न्यूज, वेब डेस्क।
बुधवार को देवलाली (महाराष्ट्र) के फील्ड फायरिंग रेंज में सिंगापुर एवं भारतीय सेना के बीच 12वां द्विपक्षीय अभ्यास अग्नि योद्धा का समापन हुआ। दोनों देशों के बीच उक्त अभ्यास गत 13 नवंबर को शुरु की गई थी। अभ्यास अग्नि योद्धा के अंतर्गत दोनों देशों के सैन्य बलों ने संयुक्त रूप से फ़ायरपावर का प्रदर्शन एवं निष्पादन किया और इस अभ्यास में दोनों सेनाओं की आर्टिलरी शाखा द्वारा नई पीढ़ी के उपकरणों का उपयोग किया गया।
इस अभ्यास में संयुक्त योजना बनाने के अंतर्गत संयुक्त रूप से कंप्यूटर वॉरगेम में दोनों पक्षों ने भागीदारी की। दोनों पक्षों ने संयुक्त प्रशिक्षण चरण के अंतर्गत आला प्रौद्योगिकी और आर्टिलरी ऑब्जर्वेशन सिमुलेटर का उपयोग किया। आर्टिलरी में आधुनिक रुझानों और बेहतर आर्टिलरी योजना प्रक्रिया के विषय पर दोनों देशों के बीच विशेषज्ञ अकादमिक चर्चा आयोजित की गई। अभ्यास के अंतिम चरण के दौरान स्वदेशी रूप से निर्मित आर्टिलरी गन और हॉवित्जर तोपों ने भी भाग लिया।
इस अभ्यास ने ड्रिल्स एवं प्रक्रियाओं की आपसी समझ बढ़ाने और दोनों सेनाओं के बीच पारस्परिकता बेहतर करने में योगदान किया। समापन समारोह में भारत में सिंगापुर के उच्चायुक्त वोंग वाई कुएन और आर्टिलरी स्कूल के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल एस हरिमोहन अय्यर के साथ सिंगापुर के अन्य गणमान्य लोग तथा दोनों सेनाओं के सेवारत अधिकारी उपस्थित थे।
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