बच्चों को कई जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए जारी नियमित टीकाकरण में जिला लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहा और विभिन्न टीकों से बच्चों का प्रतिरक्षण भी किया जा रहा है। पिछले दिनों 10 से 15 दिसंबर तक चलाए गए पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान में भी जिले में बेहतर प्रदर्शन देखने को मिला और सभी लक्षित बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार पल्स पोलियो अभियान के लिए जिले में कुल 3 लाख 70 हज़ार 347 घरों में 3 लाख 74 हजार 529 बच्चों को लक्षित किया गया था। जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाए गए माइक्रो प्लान के तहत काम कर टीकाकरण से जुड़े स्वास्थ्यकर्मियों ने बेहतर कार्य को संपादित करते हुए 3 लाख 12 हज़ार 461 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई।
विदित हो कि शनिवार को घरों में छूटे हुए बच्चों को बी टीम कार्यक्रम के तहत दवा पिलाई जाएगी। दल में शामिल कर्मियों ने निभाया अपना दायित्व:
सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए एक हज़ार से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों की टीम बनाई गई थी। जिसमें हाउस टू हाउस टीम, ट्रांजिट टीम, मोबाइल टीम, वन मैन टीम, सुपरवाइजर, सब डिपो टीम शामिल थी। सभी टीमों के अथक प्रयास की वजह से लक्ष्य से अधिक सफलता हासिल हुई। टीकाकरण के लिए बनाई गई टीम ने सभी घरों का भ्रमण किया। इस दौरान कुल 2 लाख 58 हज़ार 736 बच्चों को टीकाकरण करके प्रतिरक्षित किया गया, जबकि घर के बाहर 14,357, मोबाइल टीम द्वारा 3009, ट्रांजिट टीम द्वारा 25,791, बच्चों को पोलियो की खुराक से प्रतिरक्षित किया गया। टीकाकरण के दौरान 12,829 वैसे बच्चों को भी टीकाकृत किया गया जो पिछले अभियान के बाद जन्मे थे।
नियमित टीकाकरण में मिल रही है सफलता:
डीआईओनियमित टीकाकरण को लेकर डीआईओ डॉ देवेंद्र कुमार ने कहा कि पहले जहां टीकाकरण के लक्ष्य को पाने के लिए कई समस्याओं का सामना करना पड़ता था परंतु अब परिस्थितियां बदल गई हैं। लोग स्वयं टीकाकरण के लिए आगे आ रहे हैं। इस वजह से जिले में नियमित टीकाकरण के साथ साथ टीकाकरण के अन्य अभियान को भी सफलता मिल रही और आज राज्य में भी जिले का बेहतर परिणाम सामने रहा है। उन्होंने बताया कि इस अभियान को सफल बनाने में जिला स्वास्थ्य समिति के अलावा सहयोगी पार्टनर्स डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ प्रीतम घोष, एस आरटीएल डॉ सुमन, यूनिसेफ के एसएमसी एजाज अफजल की टीम का भी भरपूर सहयोग रहा।
राहुल कुमार, सारस न्यूज, किशनगंज।
बच्चों को कई जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए जारी नियमित टीकाकरण में जिला लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहा और विभिन्न टीकों से बच्चों का प्रतिरक्षण भी किया जा रहा है। पिछले दिनों 10 से 15 दिसंबर तक चलाए गए पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान में भी जिले में बेहतर प्रदर्शन देखने को मिला और सभी लक्षित बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार पल्स पोलियो अभियान के लिए जिले में कुल 3 लाख 70 हज़ार 347 घरों में 3 लाख 74 हजार 529 बच्चों को लक्षित किया गया था। जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाए गए माइक्रो प्लान के तहत काम कर टीकाकरण से जुड़े स्वास्थ्यकर्मियों ने बेहतर कार्य को संपादित करते हुए 3 लाख 12 हज़ार 461 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई।
विदित हो कि शनिवार को घरों में छूटे हुए बच्चों को बी टीम कार्यक्रम के तहत दवा पिलाई जाएगी। दल में शामिल कर्मियों ने निभाया अपना दायित्व:
सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए एक हज़ार से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों की टीम बनाई गई थी। जिसमें हाउस टू हाउस टीम, ट्रांजिट टीम, मोबाइल टीम, वन मैन टीम, सुपरवाइजर, सब डिपो टीम शामिल थी। सभी टीमों के अथक प्रयास की वजह से लक्ष्य से अधिक सफलता हासिल हुई। टीकाकरण के लिए बनाई गई टीम ने सभी घरों का भ्रमण किया। इस दौरान कुल 2 लाख 58 हज़ार 736 बच्चों को टीकाकरण करके प्रतिरक्षित किया गया, जबकि घर के बाहर 14,357, मोबाइल टीम द्वारा 3009, ट्रांजिट टीम द्वारा 25,791, बच्चों को पोलियो की खुराक से प्रतिरक्षित किया गया। टीकाकरण के दौरान 12,829 वैसे बच्चों को भी टीकाकृत किया गया जो पिछले अभियान के बाद जन्मे थे।
नियमित टीकाकरण में मिल रही है सफलता:
डीआईओनियमित टीकाकरण को लेकर डीआईओ डॉ देवेंद्र कुमार ने कहा कि पहले जहां टीकाकरण के लक्ष्य को पाने के लिए कई समस्याओं का सामना करना पड़ता था परंतु अब परिस्थितियां बदल गई हैं। लोग स्वयं टीकाकरण के लिए आगे आ रहे हैं। इस वजह से जिले में नियमित टीकाकरण के साथ साथ टीकाकरण के अन्य अभियान को भी सफलता मिल रही और आज राज्य में भी जिले का बेहतर परिणाम सामने रहा है। उन्होंने बताया कि इस अभियान को सफल बनाने में जिला स्वास्थ्य समिति के अलावा सहयोगी पार्टनर्स डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ प्रीतम घोष, एस आरटीएल डॉ सुमन, यूनिसेफ के एसएमसी एजाज अफजल की टीम का भी भरपूर सहयोग रहा।
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