बिहार के जमुई में स्मार्ट मीटर तो लगा दिया गया है, लेकिन रिचार्ज न होने के कारण ब्लॉक में पिछले दो दिनों से बिजली गायब है, जिससे कार्यालयों में कामकाज ठप हो गया है और ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रखंड कार्यालय में अंधेरा छाया हुआ है और डाटा ऑपरेटर इधर-उधर घूमते नजर आ रहे हैं। इंदिरा आवास और खाद्य आपूर्ति कार्यालय के कर्मचारी टॉर्च की रोशनी में काम करते देखे गए। यह स्थिति स्मार्ट मीटर का रिचार्ज न होने के कारण उत्पन्न हुई है।
मंगलवार को जमुई के बरहट प्रखंड कार्यालय परिसर में बिजली नहीं होने के कारण अंधेरा छाया रहा। प्रखंड कर्मियों, एमओ कार्यालय, सीओ कार्यालय और आरटीपीएस काउंटर के कर्मचारी मोबाइल टॉर्च की रोशनी में काम करने को मजबूर रहे। बारिश के बाद दोपहर में बिजली गुल हो गई, जिससे कार्यालयों में अंधेरा छा गया और कर्मचारी परेशान नजर आए। वे जरूरी कागजात और अन्य कामों को मोबाइल टॉर्च की रोशनी में पूरा करने की कोशिश कर रहे थे। कुछ कर्मचारी परिसर में इधर-उधर घूमते दिखाई दिए, जिससे दूर-दराज से आए लोगों का काम भी नहीं हो पाया।
लोगों में इसको लेकर काफी नाराजगी देखी जा रही है। बताया जाता है कि प्रखंड परिसर में स्मार्ट मीटर लगने के बाद से ही बिजली आपूर्ति बाधित है। अब एक साल का रिचार्ज एक साथ करवाने में कठिनाई हो रही है। स्मार्ट मीटर का रिचार्ज कौन कराएगा, इसे लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। पहले साधारण मीटर के बिल आने के बाद प्रखंड से बिल बनाकर भेज दिया जाता था, लेकिन स्मार्ट मीटर लगने के बाद रिचार्ज का यह नया सिरदर्द बन गया है।
इसके साथ ही, दो दिनों से बिजली नहीं रहने के कारण कई कार्यालयों में लगे इनवर्टर भी बंद हो चुके हैं। बरहट प्रखंड के विकास पदाधिकारी श्रवण कुमार पांडेय ने सभी सरकारी कार्यालयों में स्मार्ट मीटर लगाने का आदेश जारी किया है। बिजली विभाग के अनुसार, एक साल का रिचार्ज करवाना है, लेकिन अब रिचार्ज की समस्या सामने आ रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस समस्या का जल्द ही समाधान निकाला जाएगा।
सारस न्यूज़, बिहार।
बिहार के जमुई में स्मार्ट मीटर तो लगा दिया गया है, लेकिन रिचार्ज न होने के कारण ब्लॉक में पिछले दो दिनों से बिजली गायब है, जिससे कार्यालयों में कामकाज ठप हो गया है और ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रखंड कार्यालय में अंधेरा छाया हुआ है और डाटा ऑपरेटर इधर-उधर घूमते नजर आ रहे हैं। इंदिरा आवास और खाद्य आपूर्ति कार्यालय के कर्मचारी टॉर्च की रोशनी में काम करते देखे गए। यह स्थिति स्मार्ट मीटर का रिचार्ज न होने के कारण उत्पन्न हुई है।
मंगलवार को जमुई के बरहट प्रखंड कार्यालय परिसर में बिजली नहीं होने के कारण अंधेरा छाया रहा। प्रखंड कर्मियों, एमओ कार्यालय, सीओ कार्यालय और आरटीपीएस काउंटर के कर्मचारी मोबाइल टॉर्च की रोशनी में काम करने को मजबूर रहे। बारिश के बाद दोपहर में बिजली गुल हो गई, जिससे कार्यालयों में अंधेरा छा गया और कर्मचारी परेशान नजर आए। वे जरूरी कागजात और अन्य कामों को मोबाइल टॉर्च की रोशनी में पूरा करने की कोशिश कर रहे थे। कुछ कर्मचारी परिसर में इधर-उधर घूमते दिखाई दिए, जिससे दूर-दराज से आए लोगों का काम भी नहीं हो पाया।
लोगों में इसको लेकर काफी नाराजगी देखी जा रही है। बताया जाता है कि प्रखंड परिसर में स्मार्ट मीटर लगने के बाद से ही बिजली आपूर्ति बाधित है। अब एक साल का रिचार्ज एक साथ करवाने में कठिनाई हो रही है। स्मार्ट मीटर का रिचार्ज कौन कराएगा, इसे लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। पहले साधारण मीटर के बिल आने के बाद प्रखंड से बिल बनाकर भेज दिया जाता था, लेकिन स्मार्ट मीटर लगने के बाद रिचार्ज का यह नया सिरदर्द बन गया है।
इसके साथ ही, दो दिनों से बिजली नहीं रहने के कारण कई कार्यालयों में लगे इनवर्टर भी बंद हो चुके हैं। बरहट प्रखंड के विकास पदाधिकारी श्रवण कुमार पांडेय ने सभी सरकारी कार्यालयों में स्मार्ट मीटर लगाने का आदेश जारी किया है। बिजली विभाग के अनुसार, एक साल का रिचार्ज करवाना है, लेकिन अब रिचार्ज की समस्या सामने आ रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस समस्या का जल्द ही समाधान निकाला जाएगा।
Leave a Reply