सारस न्यूज, अररिया।
आज भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय में संविधान गौरव अभियान गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत भारत रत्न और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर उनके तेल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके की गई। गोष्ठी की अध्यक्षता भाजपा जिला अध्यक्ष आदित्य नारायण झा ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद और प्रदेश के मंत्री स्वदेश यादव उपस्थित रहे।

गोष्ठी के मुख्य अतिथिगण और विशिष्ट उपस्थिति:
- जिला प्रभारी लखी महतो
- सिकटी विधायक और सत्तारूढ़ पार्टी के सचेतक विजय मंडल
- नरपतगंज विधायक जयप्रकाश यादव
- नरपतगंज के पूर्व विधायक देवयंती यादव
- भाजपा जिला महामंत्री कृष्ण कुमार सेनानी
- उपाध्यक्ष बिजली सिंह, नवीन यादव, और उदय शंकर उदय
- पूर्व महामंत्री सुरेंद्र झा
- कार्यालय मंत्री नीरज झांसी
- जिला मंत्री नीलिमा साहा और सुष्मिता ठाकुर
- विभिन्न मोर्चों के अध्यक्ष, जैसे महिला मोर्चा की चांदनी सिंह, युवा मोर्चा के आकाश राज, अनुसूचित मोर्चा के ऋषि देव, और अति पिछड़ा मोर्चा के दिलीप पटेल
- सभी मंडल अध्यक्ष और मंडल सहयोगी
- बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता
मुख्य अतिथि का संबोधन: पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के योगदान पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि डॉ. अंबेडकर को मरणोपरांत भारत रत्न देने में 33 वर्ष का समय लग गया, जबकि कर्पूरी ठाकुर को यह सम्मान 35 वर्षों बाद मिला। इसके विपरीत, पूर्व प्रधानमंत्री पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को उनके जीवनकाल में या मृत्यु के तुरंत बाद भारत रत्न से सम्मानित कर दिया गया।
उन्होंने संविधान संशोधन के विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि अतीत में कई बार संविधान में संशोधन केवल जनता की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कम करने और आपातकाल में मौलिक अधिकार छीनने के लिए किए गए। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय जनता पार्टी और एनडीए की सरकार ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के “एक देश, एक विधान, एक प्रधान, एक निशान” के सिद्धांत पर चलते हुए संविधान संशोधन के माध्यम से जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने का ऐतिहासिक और कठोर निर्णय लिया।
मुख्य अतिथि ने विपक्ष, विशेषकर कांग्रेस, पर निशाना साधते हुए कहा कि वह जनता को गुमराह करने के लिए “संविधान खतरे में है” जैसे झूठे दुष्प्रचार में लगी है। उन्होंने विश्वास जताया कि बिहार और भारत की जनता इन बहुरूपियों को पहचान चुकी है और 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में उन्हें सबक सिखाएगी। गोष्ठी में उपस्थित सभी अतिथियों और कार्यकर्ताओं ने कर्पूरी ठाकुर और डॉ. भीमराव अंबेडकर के योगदान को नमन किया। कार्यक्रम के अंत में संविधान की महत्ता और जनता के अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने की प्रतिबद्धता दोहराई गई।