नक्सलबाड़ी: फांसीदेवा में जयन्तिका चाय बागान के सहायक प्रबंधक की हत्या का मामला सामने आया है। यह घटना फांसीदेवा स्थित जयन्तिका चाय बागान इलाके की है। मृतक की पहचान निलंजन भद्र (48) के रूप में हुई है, जो अलीपुरद्वार जिले के हैमिल्टनगंज के निवासी थे। पुलिस के अनुसार, गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे निलंजन भद्र अपनी मोटरसाइकिल से उद्यान के सेक्शन 12 से गुजर रहे थे, तभी उन्हें एक फोन आया। फोन रिसीव करने के लिए वह वहीं रुक गए।
आरोप है कि उसी दौरान, उन पर चाय के पेड़ों की छंटाई के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले चाकू से हमला किया गया। हमलावर ने उन पर कई बार वार किया, जिससे उनका शरीर गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया। हमले की सूचना मिलते ही फांसीदेवा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और इलाके को घेरकर जांच शुरू कर दी।
जयन्तिका चाय बागान, जयश्री समूह का एक बागान है। पुलिस का कहना है कि बागान में श्रमिकों के बीच किसी प्रकार की असंतुष्टि की कोई सूचना नहीं थी। निलंजन भद्र पिछले चार वर्षों से इस बागान में कार्यरत थे और सामान्य रूप से कारोबार चल रहा था। हत्या के पीछे का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है, और पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। खबर लिखे जाने तक यह पता नहीं चल सका था कि निलंजन भद्र की हत्या किसने की। पुलिस आरोपित की तलाश में जुट गई है।
एसडीपीओ का बयान:
दार्जिलिंग जिले की ग्रामीण एसडीपीओ नेहा जैन ने बताया कि मृतक निलंजन भद्र जयन्तिका चाय बागान में चार साल से काम कर रहे थे और उन्हें रहस्यमय तरीके से हत्या का शिकार बनाया गया है। उन्होंने कहा कि एक अज्ञात व्यक्ति ने निलंजन भद्र की हत्या करने की बात स्वीकार की है, लेकिन पुलिस ने अभी तक उसका नाम उजागर नहीं किया है और न ही उसे हिरासत में लिया गया है।
एसडीपीओ ने कहा कि पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या वास्तव में स्वीकार करने वाले व्यक्ति ने ही हत्या की है या यह किसी साजिश का हिस्सा है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
सारस न्यूज़, सिलीगुड़ी।
नक्सलबाड़ी: फांसीदेवा में जयन्तिका चाय बागान के सहायक प्रबंधक की हत्या का मामला सामने आया है। यह घटना फांसीदेवा स्थित जयन्तिका चाय बागान इलाके की है। मृतक की पहचान निलंजन भद्र (48) के रूप में हुई है, जो अलीपुरद्वार जिले के हैमिल्टनगंज के निवासी थे। पुलिस के अनुसार, गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे निलंजन भद्र अपनी मोटरसाइकिल से उद्यान के सेक्शन 12 से गुजर रहे थे, तभी उन्हें एक फोन आया। फोन रिसीव करने के लिए वह वहीं रुक गए।
आरोप है कि उसी दौरान, उन पर चाय के पेड़ों की छंटाई के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले चाकू से हमला किया गया। हमलावर ने उन पर कई बार वार किया, जिससे उनका शरीर गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया। हमले की सूचना मिलते ही फांसीदेवा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और इलाके को घेरकर जांच शुरू कर दी।
जयन्तिका चाय बागान, जयश्री समूह का एक बागान है। पुलिस का कहना है कि बागान में श्रमिकों के बीच किसी प्रकार की असंतुष्टि की कोई सूचना नहीं थी। निलंजन भद्र पिछले चार वर्षों से इस बागान में कार्यरत थे और सामान्य रूप से कारोबार चल रहा था। हत्या के पीछे का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है, और पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। खबर लिखे जाने तक यह पता नहीं चल सका था कि निलंजन भद्र की हत्या किसने की। पुलिस आरोपित की तलाश में जुट गई है।
एसडीपीओ का बयान:
दार्जिलिंग जिले की ग्रामीण एसडीपीओ नेहा जैन ने बताया कि मृतक निलंजन भद्र जयन्तिका चाय बागान में चार साल से काम कर रहे थे और उन्हें रहस्यमय तरीके से हत्या का शिकार बनाया गया है। उन्होंने कहा कि एक अज्ञात व्यक्ति ने निलंजन भद्र की हत्या करने की बात स्वीकार की है, लेकिन पुलिस ने अभी तक उसका नाम उजागर नहीं किया है और न ही उसे हिरासत में लिया गया है।
एसडीपीओ ने कहा कि पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या वास्तव में स्वीकार करने वाले व्यक्ति ने ही हत्या की है या यह किसी साजिश का हिस्सा है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
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