तैल्यचित्र पर पुष्पमाला पहनाकर व दीप प्रज्वलित कर जयंती मनाते एमपी सिंह व अन्य।
अभाविप नगर इकाई अररिया द्वारा शिवपुरी स्थित परिषद कार्यालय परिसर में महापराक्रमी, शौर्य के प्रतीक, कुशल प्रशासक व धर्म के प्रति समर्पित छत्रपति शिवाजी महाराज के जयंती समारोह को धूमधाम से मनाया गया। समारोह का उद्घाटन पूर्णिया विवि के सिंडिकेट सदस्य प्रो एमपी सिंह द्वारा तैल्यचित्र पर पुष्पमाला पहनाकर व दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर एमपी सिंह ने कहा कि भारत में समय-समय पर ऐसे लाल पैदा हुए हैं। जो अपने शौर्य के बल पर खुद को अजर अमर कर दिया है। इन्हीं में से एक हैं छत्रपति शिवाजी महाराज। बरसों से मुस्लिम आक्रांताओं के आक्रमण को झेल रहे भारत में हिंदू स्वराज्य की स्थापना करने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज जी को उनके जयंती के अवसर पर शत-शत नमन। छत्रपति शिवाजी महाराज सभी धर्म का समान रूप से सम्मान करते थे व जबरन धर्मांतरण के सख्त खिलाफ थे। शिवाजी महाराज का कहना था कि लड़ाई आमने-सामने ही लड़ी जाए। यह जरूरी नहीं है जरूरी है दुश्मनों पर विजय प्राप्त करना। उनका कहना था कि शत्रु को कमजोर मत समझो। लेकिन अत्यधिक बलिष्ठ समझकर डरना भी नहीं चाहिए। एमपी सिंह ने अभाविप सदस्यों से आह्वान किया कि सभी छत्रपति शिवाजी महाराज को पढ़ें व उनसे प्रेरणा लेकर समाज में फैली कुव्यवस्थाओं को समाप्त करने के लिए संघर्ष करें। समारोह को नगर मंत्री अंकित कुमार झा ने भी संबोधित किया. मौके पर अंकित कुमार झा, नीतीश कुमार, अभिषेक कुमार ठाकुर, प्रिंस कुमार, जितेंद्र कुमार, राजेश कुमार, वैभव प्रताप सिंह, विकास कुमार, नीतीश कुमार यादव आदि उपस्थित थे
तैल्यचित्र पर पुष्पमाला पहनाकर व दीप प्रज्वलित कर जयंती मनाते एमपी सिंह व अन्य।
अभाविप नगर इकाई अररिया द्वारा शिवपुरी स्थित परिषद कार्यालय परिसर में महापराक्रमी, शौर्य के प्रतीक, कुशल प्रशासक व धर्म के प्रति समर्पित छत्रपति शिवाजी महाराज के जयंती समारोह को धूमधाम से मनाया गया। समारोह का उद्घाटन पूर्णिया विवि के सिंडिकेट सदस्य प्रो एमपी सिंह द्वारा तैल्यचित्र पर पुष्पमाला पहनाकर व दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर एमपी सिंह ने कहा कि भारत में समय-समय पर ऐसे लाल पैदा हुए हैं। जो अपने शौर्य के बल पर खुद को अजर अमर कर दिया है। इन्हीं में से एक हैं छत्रपति शिवाजी महाराज। बरसों से मुस्लिम आक्रांताओं के आक्रमण को झेल रहे भारत में हिंदू स्वराज्य की स्थापना करने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज जी को उनके जयंती के अवसर पर शत-शत नमन। छत्रपति शिवाजी महाराज सभी धर्म का समान रूप से सम्मान करते थे व जबरन धर्मांतरण के सख्त खिलाफ थे। शिवाजी महाराज का कहना था कि लड़ाई आमने-सामने ही लड़ी जाए। यह जरूरी नहीं है जरूरी है दुश्मनों पर विजय प्राप्त करना। उनका कहना था कि शत्रु को कमजोर मत समझो। लेकिन अत्यधिक बलिष्ठ समझकर डरना भी नहीं चाहिए। एमपी सिंह ने अभाविप सदस्यों से आह्वान किया कि सभी छत्रपति शिवाजी महाराज को पढ़ें व उनसे प्रेरणा लेकर समाज में फैली कुव्यवस्थाओं को समाप्त करने के लिए संघर्ष करें। समारोह को नगर मंत्री अंकित कुमार झा ने भी संबोधित किया. मौके पर अंकित कुमार झा, नीतीश कुमार, अभिषेक कुमार ठाकुर, प्रिंस कुमार, जितेंद्र कुमार, राजेश कुमार, वैभव प्रताप सिंह, विकास कुमार, नीतीश कुमार यादव आदि उपस्थित थे
Leave a Reply