महिला संवाद समाज के एक बड़े वर्ग पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ता दिख रहा है। इसमें शामिल होने वाली महिलाएं काफी उत्साहित नजर आ रही हैं। महिलाओं का मानना है कि संवाद हमारी आवाज को सरकार तक पहुंचाने का एक बहुत ही सशक्त माध्यम बन गया है, जिसके सहारे हम अपनी बातों और समस्याओं को सरकार तक आसानी से पहुंचा पा रहे हैं। इससे पहले यह काम इतना आसान नहीं था। यही वजह है कि महिला संवाद की लोकप्रियता काफी बढ़ गई है।
शनिवार को भी महिला संवाद के 37वें दिन अररिया जिले में 36 स्थानों पर महिला संवाद कार्यक्रम संपन्न हुआ, जिसमें महिलाओं की उपस्थिति काफी अच्छी रही। यहां पहुंचने वाली महिलाओं ने संवाद रथ के माध्यम से दिखाए जाने वाली लघु फिल्मों को देखा और जानकारी प्राप्त की। इसके साथ ही उन्हें दी जाने वाली लीफलेट भी वितरित की गई, जिसमें सरकार की ओर से चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी का उल्लेख है।
महिला संवाद में आने वाली महिलाएं अपनी आकांक्षाएं बड़े ही सहज भाव से व्यक्त कर रही हैं। इसके अंतर्गत विभिन्न प्रकार की आकांक्षाएं शामिल हैं, जैसे— क्षेत्र में रोज़ी-रोज़गार से संबंधित सुविधाओं की मांग, क्षेत्रीय स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग, पर्याप्त संख्या में डॉक्टर एवं नर्स की नियुक्ति-प्रतिनियुक्ति की मांग, सड़क और उसके रख-रखाव की मांग, नल-जल और आधार केंद्र की स्थापना की मांग, तथा शिक्षा के क्षेत्र में सुधार आदि।
इसके अलावा, बाढ़ से बचाव एवं उसके उचित प्रबंधन की मांग भी लगातार की जा रही है। साथ ही रोजगार के उचित प्रबंध की आवश्यकता के साथ-साथ महिलाओं के लिए विशेष रूप से रोजगार की व्यवस्था किए जाने की मांग भी की गई है। उनका कहना है कि अगर महिलाओं के लिए भी रोजगार की कोई विशेष व्यवस्था हो तो यह बहुत ही लाभकारी होगा।
सारस न्यूज, वेब डेस्क।
महिला संवाद समाज के एक बड़े वर्ग पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ता दिख रहा है। इसमें शामिल होने वाली महिलाएं काफी उत्साहित नजर आ रही हैं। महिलाओं का मानना है कि संवाद हमारी आवाज को सरकार तक पहुंचाने का एक बहुत ही सशक्त माध्यम बन गया है, जिसके सहारे हम अपनी बातों और समस्याओं को सरकार तक आसानी से पहुंचा पा रहे हैं। इससे पहले यह काम इतना आसान नहीं था। यही वजह है कि महिला संवाद की लोकप्रियता काफी बढ़ गई है।
शनिवार को भी महिला संवाद के 37वें दिन अररिया जिले में 36 स्थानों पर महिला संवाद कार्यक्रम संपन्न हुआ, जिसमें महिलाओं की उपस्थिति काफी अच्छी रही। यहां पहुंचने वाली महिलाओं ने संवाद रथ के माध्यम से दिखाए जाने वाली लघु फिल्मों को देखा और जानकारी प्राप्त की। इसके साथ ही उन्हें दी जाने वाली लीफलेट भी वितरित की गई, जिसमें सरकार की ओर से चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी का उल्लेख है।
महिला संवाद में आने वाली महिलाएं अपनी आकांक्षाएं बड़े ही सहज भाव से व्यक्त कर रही हैं। इसके अंतर्गत विभिन्न प्रकार की आकांक्षाएं शामिल हैं, जैसे— क्षेत्र में रोज़ी-रोज़गार से संबंधित सुविधाओं की मांग, क्षेत्रीय स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग, पर्याप्त संख्या में डॉक्टर एवं नर्स की नियुक्ति-प्रतिनियुक्ति की मांग, सड़क और उसके रख-रखाव की मांग, नल-जल और आधार केंद्र की स्थापना की मांग, तथा शिक्षा के क्षेत्र में सुधार आदि।
इसके अलावा, बाढ़ से बचाव एवं उसके उचित प्रबंधन की मांग भी लगातार की जा रही है। साथ ही रोजगार के उचित प्रबंध की आवश्यकता के साथ-साथ महिलाओं के लिए विशेष रूप से रोजगार की व्यवस्था किए जाने की मांग भी की गई है। उनका कहना है कि अगर महिलाओं के लिए भी रोजगार की कोई विशेष व्यवस्था हो तो यह बहुत ही लाभकारी होगा।
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