सारस न्यूज़, अररिया।
अररिया जिले में 18 अप्रैल 2025 से शुरू हुआ महिला संवाद कार्यक्रम निरंतर गति से आगे बढ़ रहा है और यह आगामी 15 जून 2025 तक चलेगा। इस कार्यक्रम के तहत 18 संवाद रथों के माध्यम से प्रतिदिन दो पालियों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जो ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं तक सरकारी योजनाओं की जानकारी पहुंचाने का एक प्रभावशाली माध्यम बन चुका है।
कार्यक्रम के 23वें दिन, कुल 36 स्थानों पर महिला संवाद आयोजित किए गए। यह कार्यक्रम सरकारी कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी को घर-घर पहुंचाने में एक सशक्त माध्यम के रूप में उभर रहा है।
महिलाओं ने लघु फिल्मों और सूचनात्मक लीफलेट्स के माध्यम से दी जा रही जानकारी को बेहद उपयोगी और सराहनीय बताया है। उनका मानना है कि इससे उन्हें योजनाओं की जानकारी न केवल सरल भाषा में प्राप्त हो रही है, बल्कि वे इनका लाभ उठाने में भी सक्षम हो रही हैं।
गांव की महिलाएं बनीं बदलाव की अग्रदूत
राज्य की आधी आबादी का नेतृत्व कर रही ये ग्रामीण महिलाएं अपने परिश्रम, आत्मबल और निष्ठा से अपने परिवारों की आर्थिक-सामाजिक स्थिति को सुदृढ़ करने के साथ-साथ पूरे गांव को आगे बढ़ने की प्रेरणा दे रही हैं।
यह कार्यक्रम ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण और स्वावलंबन की स्पष्ट झलक प्रस्तुत करता है, साथ ही यह गांव-समाज को एक नई दिशा देने का प्रयास भी कर रहा है।
महिलाओं की आकांक्षाएं बनीं प्राथमिकता
कार्यक्रम के दौरान महिलाएं खुलकर अपनी आकांक्षाएं और समस्याएं व्यक्त कर रही हैं। इन सुझावों और मांगों को लिखित रूप में दस्तावेजीकृत किया जा रहा है और साथ ही, उन्हें मोबाइल एप पर अपलोड कर समाधान की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है।
23वें दिन की भागीदारी उल्लेखनीय रही — 6,500 से अधिक महिलाओं ने इस संवाद में भाग लिया और वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, स्वास्थ्य सेवाएं, बिजली-पानी, और रोजगार जैसे ज़मीनी मुद्दों पर अपनी बातें रखीं। उम्मीद है कि इन मुद्दों का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।