हिंद महासागर क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन-सागर के तहत भारत ने सेशेल्स को तीन सैल्यूटिंग-गन और एक पेट्रोल-बोट दी है। ये बोट और सैल्यूटिंग गन भारतीय नौसेना का आईएनएस घड़ियाल युद्धपोत सेशेल्स लेकर पहुंचा है। जहां युद्धपोत पर ही हैंडिंग-ओवर सेरेमनी का आयोजन किया गया भारतीय नौसेना के मुताबिक, इन दिनों आईएनएस घड़ियाल युद्धपोत दक्षिण-पश्चिम हिंद महासागर क्षेत्र के देशों की यात्रा पर है। इसी कड़ी में आईएनएस घड़ियाल सेशेल्स के पोर्ट विक्टोरिया पहुंचा है।
घड़ियाल की तैनाती पीएम मोदी के मिशन-सागर यानि सिक्योरिटी एंड ग्रोथ फॉर ऑल इन द रीजन के तहत सेशेल्स में की गई है। इससे पहले घड़ियाल श्रीलंका, माले और मालद्वीप में भी मेडिकल सप्लाई और दूसरा जरूरी सामान देकर आ चुका है। पोर्ट विक्टोरिया पहुंचने पर आईएनएस घड़ियाल के डैक पर ही भारत के उच्चायुक्त, जनरल दलबीर सिंह सुहाग (रिटायर) ने सेशेल्स के चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज, ब्रिगेडियर माइकल रौसेट को तीन सैल्यूटिंग-गन को उनके एम्युनिशेन के साथ सौंपा। इन गन्स के लिए सेशेल्स सरकार ने भारत को एक प्रपोजल भेजा था। पेट्रोलिंग बोट को भी सेशेल्स डिफेंस फोर्सेज (एसडीएफ) को सौंपा गया।
नौसेना के मुताबिक, आईएनएस घड़ियाल जब पोर्ट विक्टोरिया पर तैनात किया गया था तो एसडीएफ के सैनिकों को समुद्री-परीक्षण भी दिया गया। हाल ही में नौसेना प्रमुख, एडमिरल आर हरि कुमार भी सेशेल्स के दौरे पर गए थे और अब आईएनएस घड़ियाल के पोर्ट विक्टोरिया पहुंचने पर दर्शाता है कि भारत सेशेल्स डिफेंस फोर्सेज की क्षमता बढ़ने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है
मिशन सागर IX के तहत, दक्षिण पश्चिम हिंद महासागर में भारतीय नौसेना के जहाज घड़ियाल की तैनाती के हिस्से के रूप में, जहाज को 11 से 14 मई 2022 तक सेशेल्स के पोर्ट विक्टोरिया में बुलाया गया।
सेशेल्स सरकार से पहले प्राप्त प्रस्ताव के बाद, जहाज द्वारा गोला-बारूद के साथ तीन औपचारिक सलामी बंदूकें सेशेल्स रक्षा बलों (एसडीएफ) को प्रदान की गईं। इन्हें औपचारिक रूप से सेशेल्स में भारत के उच्चायुक्त जनरल दलबीर सिंह सुहाग (सेवानिवृत्त) द्वारा 13 मई 22 को आईएनएस घड़ियाल पर आयोजित एक समारोह में एसडीएफ के चीफ ऑफ डिफेंस (सीडीएफ) ब्रिगेडियर माइकल रोसेट को औपचारिक रूप से प्रस्तुत किया गया।
आईएनएस घड़ियाल ने कोलंबो से सेशेल्स द्वारा प्राप्त एक 15 मीटर वेव राइडर पेट्रोल बोट को भी ट्रांसशिप किया और सेशेल्स रक्षा बलों (एसडीएफ) को सुपुर्द कर दिया गया।
सेशेल्स में जहाज के प्रवास के दौरान, भारतीय नौसेना ने डोमेन विशिष्ट समुद्री विषयों में एसडीएफ कर्मियों के प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान की। भारतीय नौसेना के नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर हरि कुमार की 21 से 23 अप्रैल 2022 तक की सेशेल्स की हालिया आधिकारिक यात्रा के तुरंत बाद, आईएनएस घड़ियाल के पोर्ट कॉल के दौरान किए गए कार्यकलाप सेशेल्स रक्षा बलों के क्षमता निर्माण और क्षमता संवर्धन प्रयासों में सकारात्मक योगदान भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हैं।
पोर्ट विक्टोरिया पहुंचने से पहले, जहाज ने आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति देने के लिए श्रीलंका के कोलंबो और मालदीव के मालेका भी दौरा किया था। मिशन सागर के तहत भारतीय नौसेना की लगातार तैनाती क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास की दृष्टि से जुड़ी हुई है और हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा के लिए ‘सामूहिक जिम्मेदारी’ की संकल्पना को सुदृढ़ बनाती है।
सारस न्यूज, वेब डेस्क।
हिंद महासागर क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन-सागर के तहत भारत ने सेशेल्स को तीन सैल्यूटिंग-गन और एक पेट्रोल-बोट दी है। ये बोट और सैल्यूटिंग गन भारतीय नौसेना का आईएनएस घड़ियाल युद्धपोत सेशेल्स लेकर पहुंचा है। जहां युद्धपोत पर ही हैंडिंग-ओवर सेरेमनी का आयोजन किया गया भारतीय नौसेना के मुताबिक, इन दिनों आईएनएस घड़ियाल युद्धपोत दक्षिण-पश्चिम हिंद महासागर क्षेत्र के देशों की यात्रा पर है। इसी कड़ी में आईएनएस घड़ियाल सेशेल्स के पोर्ट विक्टोरिया पहुंचा है।
घड़ियाल की तैनाती पीएम मोदी के मिशन-सागर यानि सिक्योरिटी एंड ग्रोथ फॉर ऑल इन द रीजन के तहत सेशेल्स में की गई है। इससे पहले घड़ियाल श्रीलंका, माले और मालद्वीप में भी मेडिकल सप्लाई और दूसरा जरूरी सामान देकर आ चुका है। पोर्ट विक्टोरिया पहुंचने पर आईएनएस घड़ियाल के डैक पर ही भारत के उच्चायुक्त, जनरल दलबीर सिंह सुहाग (रिटायर) ने सेशेल्स के चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज, ब्रिगेडियर माइकल रौसेट को तीन सैल्यूटिंग-गन को उनके एम्युनिशेन के साथ सौंपा। इन गन्स के लिए सेशेल्स सरकार ने भारत को एक प्रपोजल भेजा था। पेट्रोलिंग बोट को भी सेशेल्स डिफेंस फोर्सेज (एसडीएफ) को सौंपा गया।
नौसेना के मुताबिक, आईएनएस घड़ियाल जब पोर्ट विक्टोरिया पर तैनात किया गया था तो एसडीएफ के सैनिकों को समुद्री-परीक्षण भी दिया गया। हाल ही में नौसेना प्रमुख, एडमिरल आर हरि कुमार भी सेशेल्स के दौरे पर गए थे और अब आईएनएस घड़ियाल के पोर्ट विक्टोरिया पहुंचने पर दर्शाता है कि भारत सेशेल्स डिफेंस फोर्सेज की क्षमता बढ़ने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है
मिशन सागर IX के तहत, दक्षिण पश्चिम हिंद महासागर में भारतीय नौसेना के जहाज घड़ियाल की तैनाती के हिस्से के रूप में, जहाज को 11 से 14 मई 2022 तक सेशेल्स के पोर्ट विक्टोरिया में बुलाया गया।
सेशेल्स सरकार से पहले प्राप्त प्रस्ताव के बाद, जहाज द्वारा गोला-बारूद के साथ तीन औपचारिक सलामी बंदूकें सेशेल्स रक्षा बलों (एसडीएफ) को प्रदान की गईं। इन्हें औपचारिक रूप से सेशेल्स में भारत के उच्चायुक्त जनरल दलबीर सिंह सुहाग (सेवानिवृत्त) द्वारा 13 मई 22 को आईएनएस घड़ियाल पर आयोजित एक समारोह में एसडीएफ के चीफ ऑफ डिफेंस (सीडीएफ) ब्रिगेडियर माइकल रोसेट को औपचारिक रूप से प्रस्तुत किया गया।
आईएनएस घड़ियाल ने कोलंबो से सेशेल्स द्वारा प्राप्त एक 15 मीटर वेव राइडर पेट्रोल बोट को भी ट्रांसशिप किया और सेशेल्स रक्षा बलों (एसडीएफ) को सुपुर्द कर दिया गया।
सेशेल्स में जहाज के प्रवास के दौरान, भारतीय नौसेना ने डोमेन विशिष्ट समुद्री विषयों में एसडीएफ कर्मियों के प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान की। भारतीय नौसेना के नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर हरि कुमार की 21 से 23 अप्रैल 2022 तक की सेशेल्स की हालिया आधिकारिक यात्रा के तुरंत बाद, आईएनएस घड़ियाल के पोर्ट कॉल के दौरान किए गए कार्यकलाप सेशेल्स रक्षा बलों के क्षमता निर्माण और क्षमता संवर्धन प्रयासों में सकारात्मक योगदान भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हैं।
पोर्ट विक्टोरिया पहुंचने से पहले, जहाज ने आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति देने के लिए श्रीलंका के कोलंबो और मालदीव के मालेका भी दौरा किया था। मिशन सागर के तहत भारतीय नौसेना की लगातार तैनाती क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास की दृष्टि से जुड़ी हुई है और हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा के लिए ‘सामूहिक जिम्मेदारी’ की संकल्पना को सुदृढ़ बनाती है।