सारस न्यूज टीम, सारस न्यूज।
पंजाब के लुधियाना में बिहार के एक परिवार के सात सदस्य जिंदा जल गए। बिहार से बाहर राेजगार की तलाश में गए लोगों के साथ यह एक महीने में ऐसा तीसरा बड़ा हादसा है। एक महीने के दौरान ऐसे हादसों में अब तक 22 लोगों की मौत हुई। जानकारी के मुताबिक पंजाब के लुधियाना में कूड़े के ढेर में लगी आग पास की झुग्गी में फैल गई। मंगलवार देर रात हुए हादसे के दौरान झुग्गी में सोए एक हीं परिवार के सात सदस्य जिंदा जल गए। मृतकों में दंपती व उनके पांच बच्चे शामिल हैं। परिवार बिहार के समस्तीपुर जिले का रहने वाला था। घटना के कारण का फिलहाल पता नहीं चल सका है। घटना के बाद मृतकों के बिहार के समस्तीपुर स्थित घर व गांव में मातम का माहौल है। बीते एक महीने के दौरान बिहार के बाहर रोजगार के लिए गए श्रमिकों व गरीबों की जलकर मौत की यह तीसरी बड़ी घटना है। इसके पहले तेलंगाना में एक कबाड़ गोदाम में आग लगने से 11 मजदूर जिंदा जल गए थे। हाल ही में आंध्र प्रदेश के एलुरु में भी एक केमिकल फैक्ट्री के विस्फोट के कारण बिहार के चार श्रमिक जिंदा जल गए थे।
मिली जानकारी के अनुसार लुधियाना में देर रात कूड़े के ढेर में आग लग गई। उसकी चपेट में पास ही झुग्गी में सो रहा सुरेश साहनी का परिवार आ गया। जब तक वे कुछ समझते, झुग्गी लपटों से घिर चुकी थी। उसमें फंस कर सुरेश साहनी (उम्र 55 साल), उनकी पत्नी अरुणा देवी (उम्र 52 साल) एवं बेटियां राखी (उम्र 15 साल), मनीषा (उम्र 10 साल), गीता (उम्र 8 साल) व चंदा (उम्र 5 साल) और बेटे सन्नी (उम्र 2 साल) जिंदा जल गए। घटना के वक्त परिवार का बड़ा बेटा राजेश नहीं था। वह रात में अपने दोस्त के घर सोने के लिए चला गया था और इस घटना में बच गए।