सारस न्यूज़ टीम, सारस न्यूज़।
पटना के दानापुर नगर परिषद के उपाध्यक्ष दीपक मेहता को सोमवार की रात तकियापर नासरीगंज स्थित घर के समीप अपराधियों ने गोलियों से भून डाला। वारदात को अंजाम देकर अपराधी फरार हो गए। हत्यारे बाइक और स्कार्पियो से आए थे। आनन-फानन में दीपक को एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना से आक्रोशित लोगों ने देर रात तक नासरीगंज में आगजनी करते हुए सड़क जाम कर उग्र प्रदर्शन किया। पूरा इलाके पुलिस छावनी में तब्दील रहा। घटना के अगले दिन मंगलवार को भी आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम व आगजनी की। मौके पर कई थाने की पुलिस कैंप कर रही है।
विदित हो कि दीपक मेहता ने अपने घर में कंस्ट्रक्शन के काम के लिए बालू का ऑर्डर दिया था। बीती रात बालू लदा हाईवा उनके घर पहुंचा था। दीपक इसी बालू को उतरवा रहे थे कि दो बाइक पर पहुंचे कुछ युवकों ने उन्हें गोलियों से भून डाला और आराम से नासरीगंज से रामजीचक की तरफ निकल भागे। दीपक के सिर, पेट व फेफड़े में कुल पांच गोलियां लगीं थीं। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि स्कार्पियो से भी बदमाश आए थे, जो बाइक सवार अपने साथियों पर नजर बनाए हुए थे।
दीपक ने 2020 में दानापुर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवारी घोषित की थी। हालांकि, उन्हें काफी कम वोट आए थे। स्वजनों के मुताबिक, चुनाव के दौरान दीपक को एक बाहुबली नेता ने धमकी दी थी, जिसके बाद उन्होंने घर की बाउंड्रीवाल ऊंची करवा ली थी। पुलिस आपसी और चुनावी रंजिश से मामले को जोड़कर तफ्तीश कर रही है। बताया जाता है कि दीपक भी आधा दर्जन मुकदमों में अभियुक्त रहे थे। इनके पास हथियार है, जिसका लाइसेंस नागालैंड से बना है। उन्होंने चुनाव आयोग को हथियार की जानकारी नहीं दी थी। एक उम्मीदवार ने इनके खिलाफ शिकायत की थी।
इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हत्याकांड पर अपनी संवेदना प्रकट की है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना पर दु:ख प्रकट करते हुए मृतक की आत्मा की शांति व स्वजनों को धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।