सारस न्युज टीम, पटना।
मानसून के आने में विलंब का असर कहें या कृषि विभाग के अधिकारियों की लचर कार्यप्रणाली। किशनगंज सहित राज्य के दस जिलों में लक्ष्य की तुलना में 75 प्रतिशत भी खरीफ बीज किसानों तक नहीं पहुंच पाया है। कृषि विभाग ने जिला कृषि अधिकारियों की इस कोताही को गंभीरता से लिया है। लचर कार्यप्रणाली पर कृषि सचिव ने कृषि निदेशक को संबंधित जिलों के कृषि अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब करे का निर्देश दिया है। यह सीधे-सीधे सरकार की पहल के प्रति लापरवाही है।
दरअसल, कृषि सचिव की समीक्षा में यह सामने आया है कि दस ऐसे जिले हैं जहां 16 जून तक 75 प्रतिशत बीज किसानों को तक नहीं पहुंचा है। इसमें उत्तर से लेकर दक्षिण बिहार के जिले शामिल हैं।
कृषि विभाग की समीक्षा बैठक में किशनगंज, दरभंगा, शेखपुरा, अररिया, बांका, कैमूर, बक्सर, नालंदा, मुंगेर और नवादा जिले हैं। हालांकि एक महत्वपूर्ण तथ्य यह भी है कि गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष 16 जून दो गुना बीज किसानों तक पहुंचा है। पिछले वर्ष कोरोना का असर कहें या अन्य कारण, लेकिन इस वर्ष शानदार आकर्षण किसानों में देखते को मिल रहा है। 2021 में 16 जून तक 1.98 लाख किसानों के बीच 33 हजार क्विंटल बीज पहुंचा था। वहीं, इस वर्ष 16 जून तक 3.79 लाख किसानों के बीच 77,334 टन बीज पहुंचा है।
10 फिसड्डी जिलों में आपूर्ति का ब्यौरा:-
किशनगंज : 73.96
दरभंगा : 72.36
शेखपुरा : 71.39
अररिया : 70.53
बांका : 66.92
कैमूर : 66.25
बक्सर : 64.17
नालंदा : 60.31
मुंगेर : 57.71
नवादा: 54.06.