राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यापन परिषद (नैक) को लेकर पूर्णिया विश्वविद्यालय के सभी अंगीभूत व सम्बद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्यों की बैठक शुक्रवार को सीनेट हाल में कुलपति प्रो. राजनाथ यादव की अध्यक्षता में की गई। इस दौरान सभी प्राचार्यों को नैक मूल्यांकन के लिए आवश्यक मानदंड से अवगत कराते हुए उसी अनुरूप हर आवश्यक तैयारी कराने का टास्क सभी प्राचार्यों को दिया।
इस दौरान प्राचार्यों को नियमित कक्षा संचालन व छात्रों का फीडबैक लेने का निर्देश भी दिया गया। इसी तरह पुस्तकालयों को डिजिटलाइजेशन, प्रतिदिन पुस्तकों के निर्गत आगत का ब्यौरा, प्रयोगशाला का ओटोमेशन, छात्र-छात्राओं, प्रधानाचार्यों, शिक्षकों व कर्मचारियों के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था, छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग कामन रूम की व्यवस्था के साथ खेलकूद, जिम व छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग छात्रावास की व्यवस्था करने का टास्क भी सभी प्राचार्यों को दिया गया।
इसी तरह हर छात्रावास में मेस की सुविधा, छात्र- छात्राओं के लिए यातायात की व्यवस्था, एलुमनाई संघ का विधिवत पंजीयन, अभिभावकों के साथ बैठक के अलावा एसएसआर में सही-सही सूचनाओं को दर्ज करने का निर्देश दिया गया। कुलपति ने बताया कि नैक पीयर टीम के सदस्य निरीक्षण के दौरान छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, अभिभावकों, कर्मचारियों व एलुमनाई से अलग-अलग बात करेंगे और ऐसे में तमाम व्यवस्था को उसी परिप्रेक्ष्य में अपडेट किया जाना जरूरी है।
इसी तरह एनएसएस, एनसीसी व खेल आदि गतिविधियों को लेकर भी आवश्यक टास्क दिए गए। महाविद्यालयों में बायोमैट्रिक व्यवस्था भी हर हाल में लागू करने का निर्देश भी दिया गया। यह भी बताया कि दस दिसंबर के बाद इसको लेकर विश्वविद्यालय स्तर पर सभी प्राचार्यों का कार्यशाला भी आयोजित होगा। फिलहाल इन तमाम तैयारियों को अमली जामा पहनाने की कवायद तेज करने का निर्देश सभी को दिया गया।
बताते चलें कि राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यापन परिषद (नैक) एक संस्थान है जो उच्च शिक्षा व अन्य शिक्षा संस्थानों का आकलन तथा प्रत्यायन (मान्यता) का कार्य करती हैं। यह मूल्यांकन निर्धारित करता है कि कोई भी शैक्षिक संस्था या विश्वविद्यालय प्रमाणन एजेंसी के द्वारा निर्धारित गुणवत्ता के मानकों को किस स्तर तक पूरा कर रहा है।
सारस न्यूज टीम, पूर्णिया।
राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यापन परिषद (नैक) को लेकर पूर्णिया विश्वविद्यालय के सभी अंगीभूत व सम्बद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्यों की बैठक शुक्रवार को सीनेट हाल में कुलपति प्रो. राजनाथ यादव की अध्यक्षता में की गई। इस दौरान सभी प्राचार्यों को नैक मूल्यांकन के लिए आवश्यक मानदंड से अवगत कराते हुए उसी अनुरूप हर आवश्यक तैयारी कराने का टास्क सभी प्राचार्यों को दिया।
इस दौरान प्राचार्यों को नियमित कक्षा संचालन व छात्रों का फीडबैक लेने का निर्देश भी दिया गया। इसी तरह पुस्तकालयों को डिजिटलाइजेशन, प्रतिदिन पुस्तकों के निर्गत आगत का ब्यौरा, प्रयोगशाला का ओटोमेशन, छात्र-छात्राओं, प्रधानाचार्यों, शिक्षकों व कर्मचारियों के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था, छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग कामन रूम की व्यवस्था के साथ खेलकूद, जिम व छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग छात्रावास की व्यवस्था करने का टास्क भी सभी प्राचार्यों को दिया गया।
इसी तरह हर छात्रावास में मेस की सुविधा, छात्र- छात्राओं के लिए यातायात की व्यवस्था, एलुमनाई संघ का विधिवत पंजीयन, अभिभावकों के साथ बैठक के अलावा एसएसआर में सही-सही सूचनाओं को दर्ज करने का निर्देश दिया गया। कुलपति ने बताया कि नैक पीयर टीम के सदस्य निरीक्षण के दौरान छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, अभिभावकों, कर्मचारियों व एलुमनाई से अलग-अलग बात करेंगे और ऐसे में तमाम व्यवस्था को उसी परिप्रेक्ष्य में अपडेट किया जाना जरूरी है।
इसी तरह एनएसएस, एनसीसी व खेल आदि गतिविधियों को लेकर भी आवश्यक टास्क दिए गए। महाविद्यालयों में बायोमैट्रिक व्यवस्था भी हर हाल में लागू करने का निर्देश भी दिया गया। यह भी बताया कि दस दिसंबर के बाद इसको लेकर विश्वविद्यालय स्तर पर सभी प्राचार्यों का कार्यशाला भी आयोजित होगा। फिलहाल इन तमाम तैयारियों को अमली जामा पहनाने की कवायद तेज करने का निर्देश सभी को दिया गया।
बताते चलें कि राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यापन परिषद (नैक) एक संस्थान है जो उच्च शिक्षा व अन्य शिक्षा संस्थानों का आकलन तथा प्रत्यायन (मान्यता) का कार्य करती हैं। यह मूल्यांकन निर्धारित करता है कि कोई भी शैक्षिक संस्था या विश्वविद्यालय प्रमाणन एजेंसी के द्वारा निर्धारित गुणवत्ता के मानकों को किस स्तर तक पूरा कर रहा है।
Leave a Reply