
सारस न्यूज टीम, बिहार।
जानकारी के अनुसार तीसरी तिमाही में तीन करोड़ से अधिक गर्भवती महिलाएं योजना से लाभान्वित हुईं। जिसमें उत्तरप्रदेश में 1,09,668, बिहार में 36,700, आंध्रप्रदेश में 36, 209 पश्चिम बंगाल 19, 156 और तमिलनाडु में 12, 286 गर्भवती ने योजना का लाभ उठाया। इन पांचों राज्यों का प्रदर्शन दूसरी तिमाही की अपेक्षा बेहतर रहा बिहार। विदित हो कि देश में तीन करोड़ से अधिक गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व देखभाल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए पीएमएसएमए शुरू किया गया हैं।
इस अभियान के तहत लाभार्थियों को प्रत्येक महीने की नौ तारीख़ को प्रसव पूर्व देखभाल सेवा निःशुल्क उपलब्ध कराई जाती है। किसी माह में नौ तारीख को रविवार या अवकाश होने पर अगले कार्य दिवस पर आयोजित किया जाता है। यहां आने वाली सभी गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था की दूसरी तिमाही में निःशुल्क अल्ट्रासाउंड, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हीमोग्लोबिन, वजन, रक्त जांच और एचआईवी की जांच की जाती और दवाइयां भी दी जाती हैं।
हर स्तर पर उपलब्ध करायी जाती है। सेवाइस अभियान के तहत ये सेवाएं शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पीएचसी, सीएचसी, डीएच, शहरी स्वास्थ्य केंद्रों आदि पर उपलब्ध कराई जाती है। गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच स्त्री व प्रसूति रोग विशेषज्ञ और चिकित्सक द्वारा की जाती है। इसके लिए निजी चिकित्सकों की भी सहायता ली जाती है। ताकि सेवा का लाभ गर्भवती महिलाओं को सुचारू रूप से मिल सके।