शशि कोशी रोक्का, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिले में कोरोना संक्रमण के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है।कोविड से सुरक्षा और इस घातक महामारी के प्रभाव को खत्म करने के लिए वैक्सीनेशन सबसे कारगर उपाय है,पर इसके साथ सतर्कता और सावधानी भी बेहद जरूरी है। इसलिए जो भी व्यक्ति अबतक किसी कारणवश वैक्सीन नहीं ले पाएं हैं,वह जल्द से जल्द वैक्सीनेशन कराएं। वहीं जो पहला डोज लेने के बाद दूसरा डोज लेने की निर्धारित समयावधि पूरा कर चुके हैं,वह भी निर्धारित समय पर वैक्सीन लें।इसके साथ सतर्कता और सावधानी भी जारी रखें और इस घातक महामारी के खतरे से दूर रहें।जल्द से जल्द शत-प्रतिशत लोगों का वैक्सीनेशन सुनिश्चित करने को लेकर कम आच्छादन वाले प्रखंड पोठिया में स्वास्थ्य विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ मुनाजिम, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मंजर आलम , जिला कार्यक्रम समन्वयक विश्वजीत कुमार ने तथा दूसरी टीम में सिविल सर्जन डॉ सुरेश प्रशाद,जिला मूल्यांकन पदाधिकारी शशि कुमार तथा केयर के प्रशंजित प्रमाणिक ने दिघलबैंक प्रखंड के टीकाकरण कार्य का निरीक्षण किया। सिविल सर्जन डॉ सुरेश प्रशाद ने बताया कि संक्रमण का खतरा उत्पन्न नहीं हो,इसके मद्देनजर कोविड जाँच अभियान भी तेज कर दिया गया है।इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग हर जरूरी कदम भी उठा रहा है। मिशन, सिर्फ एक ही जल्द से जल्द शत-प्रतिशत लोगों का वैक्सीनेशन सुनिश्चित करने और इस घातक महामारी के प्रभाव को खत्म करने की।
ओमिक्रोन को देखते हुए बचाव को शतप्रतिशत टीकाकरण जरूरी सिविल सर्जन डॉ सुरेश प्रशाद ने बताया जिला पदाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश के निर्देशानुसार 16 जनवरी से जारी टीकाकरण अभियान के दौरान जिले में 12,30,441 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया।इसमें 8,11,438 लोगों को टीका का पहला व 4,19,003 लोगों को टीका का दूसरा डोज लगाया गया।अभियान को लेकर जिले में कुल 179 स्थानों पर टीकाकरण सत्र का संचालन किया जा रहा है । उन्होंने बताया कि ओमिक्रोन लहर को देखते हुए बचाव को शतप्रतिशत टीकाकरण जरूरी है।वहीं जिलाधिकारी के निर्देश पर एक तरफ क्षेत्र में जहां सघन जागरूकता अभियान संचालित किये जा रहे हैं वहीं अभियान के दौरान प्रखंडवार प्रतिनियुक्त विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मी लगातार क्षेत्र भ्रमण करते हुए चिह्नित इलाकों में लोगों को प्रेरित करते हुए टीकाकृत करने के प्रयास में जुटे है।इतना ही नहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मी के साथ आशा,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता,जीविका दीदी सहित अन्य लगातार अपने-अपने क्षेत्रों में अभियान के दौरान सक्रिय हैं। टीकाकरण दल द्वारा चिह्नित लोगों के घर पहुच कर टीका नहीं लेने वालों को समझा कर टीकाकरण के लिये राजी किया जा रहा है।महत्वपूर्ण साबित हुआ प्रखंडवार वार रूम का संचालन सिविल सर्जन डॉ सुरेश प्रशाद ने बताया कि अधिक से अधिक लोगों के पूर्ण टीकाकरण का प्रयास आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान में रिफ्यूजल रिस्पांस टीम व प्रखंडवार संचालित वार रूम की भूमिका महत्वपूर्ण साबित हुईृ।एक तरफ जहां रिफ्यूजल रिस्पॉन्स टीम चिह्नित इलाकों में लोगों को समझा कर टीकाकृत करने के प्रयास में जुटी रही वहीं आशा कार्यकर्ता की सक्रियता की वजह से टीका का अब तक कोई डोज नहीं लेने वाले बहुत से लोगों का टीकाकरण अभियान के दौरान संभव हो सका।
डीपीएम स्वास्थ्य डॉ मुनाजिम ने बताया कि प्रखंडवार संचालित वार रूम ने भी अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।वार रूम के माध्यम से लगातार ड्यू लिस्ट के आधार पर लोगों से संपर्क स्थापित करते हुए उन्हें नजदीक सत्र की जानकारी दी जाती है।इससे लोगों को टीका लेने में काफी सहूलियत हुई। लिहाजा दूसरे डोज के मामले में हमारा प्रदर्शन बेहतर साबित हो सका।