सारस न्यूज, किशनगंज।
गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच, संस्थागत प्रसव, नियमित टीकाकरण सहित सभी तरह के स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर किये जा रहे विभागीय प्रयासों के अद्यतन स्थिति की समीक्षा को ले प्रभारी जिला पदाधिकारी स्पर्श गुप्ता की अध्यक्षता में रचना भवन डीआरडीए में शनिवार को बैठक आयोजित की गई। उक्त बैठक में स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न योजनाओं की गहन समीक्षा की गयी। जून महीने में संचालित सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा, फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत नाइट ब्लड सर्वे के तहत संचालित कार्यक्रमों सहित विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए प्रभारी डीएम ने स्वास्थ्य अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिये।
जिले में मई माह में 14 स्थानों पर 1745 नोर्मल एवं 11 सिजेरियन संस्थागत प्रसव हुए:
एएनसी जांच संबंधी मामले की समीक्षा के क्रम में कमतर प्रदर्शन पर नाराजगी जाहिर करते हुए प्रभारी जिला पदाधिकारी स्पर्श गुप्ता ने सभी पीएचसी प्रभारी को इसमें सुधार को लेकर कड़े निर्देश दिये। प्रथम तिमाही में जहां 69 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं का एएनसी जांच संभव हुआ। वहीं चतुर्थ एएनसी की उपलब्धि 77 फीसदी रही है। संस्थागत प्रसव संबंधी मामलों में उपलब्धि 36 प्रतिशत रही है। नियमित टीकाकरण मामले में अपेक्षित सुधार की जानकारी बैठक में दी गई। इसी तरह बीते मई माह में कुल 2354 वीएचएसएनडी साइट संचालित करते हुए इसके माध्यम से जरूरी सेवाओं का लाभ आम लोगों तक पहुंचाये जाने की जानकारी बैठक में दी गयी। जिले में 14 स्थानों पर प्रसव संबंधी सुविधाएं संचालित हैं। मई महीने में जिले में 1745 नोर्मल एवं 11 सीजेरियन संस्थागत प्रसव हुए। प्रभारी डीएम ने संस्थागत प्रसव मामले में शत प्रतिशत उपलब्धि सुनिश्चित कराने का आदेश दिया। इसके लिये चिह्नित संस्थानों में 24 × 7 मोड में प्रसव सेवा का संचालन सुनिश्चित कराते हुए मातृ-शिशु मृत्यु दर से संबंधित मामलें में अपेक्षित सुधार का आदेश उन्होंने दिया।
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना में तीसरे स्थान पर किशनगंज जिला:
समीक्षा क्रम में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने बताया कि पूरे सूबे में मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना में अपना जिला दूसरे स्थान पर है। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना का उद्देश्य कन्या के जन्म को प्रोत्साहित करना एवं कन्या भ्रूण हत्या को रोकना है। योजना की सहायता से लिंग अनुपात में वृद्धि लाना एवं बालिका शिशु मृत्यु दर कम करने की भी है। बैठक में प्रभारी सिविल सर्जन, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सुमन सिन्ह, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार, डीपीएम् डॉ मुनाजिम, डीपीसी विश्वजीत कुमार, एसएमसी एजाज एहमद, एसएमओ डॉ अनिशुर रहमान, सीफार के जिला समन्वयक, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षिका, सभी प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंन्धक सहित अन्य मौजूद रहे।