शनिवार को दिघलबैंक प्रखंड के सरकारी विद्यालयों में सुरक्षित शनिवार के तहत बच्चों को पटाखों से होने वाले प्रदूषण व जोखिम से बचाव की जानकारी दी गई। इस दौरान शनिवार को आदर्श मध्य विद्यालय तुलसिया में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रेणु कुमारी की मौजूदगी में स्कूली बच्चों को जानकारी देते हुए विद्यालय के फोकल शिक्षक राजेश कुमार ने कहा कि दीपावली प्रकाश का पर्व है और ऐसे में पटाखों के प्रयोग से बढ़ने वाले प्रदूषण व होने वाले जोखिमों से पर्व के रंग को फीका नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बाजार में मिलने वाले अधिकतर पटाखों में बारुद, सल्फर, चारकोल, नाईट्रोजन आदि का प्रयोग होता है जो हमारे स्वास्थ्य के साथ- साथ वायुमंडल को काफी हद तक प्रभावित करता है। पटाखों के आवाज से जहां बीमार व बूढ़ों को घबराहट होती है वहीं सामान्य लोगों के लिए भी पटाखों से निकलने वाली धुआं कभी- कभी गले तथा आंख में इंफेक्शन का कारण बन जाता है। यही नहीं पटाखे फोड़ते समय होने वाली घटनाएं कभी कभार लोगों के लिए आजीवन न भूलने वाला दर्द दे जाता है। इसलिए दीपावली जैसे पावन पर्व पर पटाखों से परहेज करना ही उचित है। इस दौरान विद्यालय के प्रधानाध्यापक कृष्ण कुमार साह, शिक्षक मामूर अनवर, राजेश्वरी कुमारी, उमेश प्रसाद सिंह, कुमारी प्रेम प्रभा, बबीता कुमारी, ममता कुमारी, उमा कुमारी, जूली कुमारी, कुमुद कुमारी, मारिया नाज, मोना कुमारी, रितेश कुमार, मेघनाथ कोनाई आदि मौजूद रहे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
शनिवार को दिघलबैंक प्रखंड के सरकारी विद्यालयों में सुरक्षित शनिवार के तहत बच्चों को पटाखों से होने वाले प्रदूषण व जोखिम से बचाव की जानकारी दी गई। इस दौरान शनिवार को आदर्श मध्य विद्यालय तुलसिया में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रेणु कुमारी की मौजूदगी में स्कूली बच्चों को जानकारी देते हुए विद्यालय के फोकल शिक्षक राजेश कुमार ने कहा कि दीपावली प्रकाश का पर्व है और ऐसे में पटाखों के प्रयोग से बढ़ने वाले प्रदूषण व होने वाले जोखिमों से पर्व के रंग को फीका नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बाजार में मिलने वाले अधिकतर पटाखों में बारुद, सल्फर, चारकोल, नाईट्रोजन आदि का प्रयोग होता है जो हमारे स्वास्थ्य के साथ- साथ वायुमंडल को काफी हद तक प्रभावित करता है। पटाखों के आवाज से जहां बीमार व बूढ़ों को घबराहट होती है वहीं सामान्य लोगों के लिए भी पटाखों से निकलने वाली धुआं कभी- कभी गले तथा आंख में इंफेक्शन का कारण बन जाता है। यही नहीं पटाखे फोड़ते समय होने वाली घटनाएं कभी कभार लोगों के लिए आजीवन न भूलने वाला दर्द दे जाता है। इसलिए दीपावली जैसे पावन पर्व पर पटाखों से परहेज करना ही उचित है। इस दौरान विद्यालय के प्रधानाध्यापक कृष्ण कुमार साह, शिक्षक मामूर अनवर, राजेश्वरी कुमारी, उमेश प्रसाद सिंह, कुमारी प्रेम प्रभा, बबीता कुमारी, ममता कुमारी, उमा कुमारी, जूली कुमारी, कुमुद कुमारी, मारिया नाज, मोना कुमारी, रितेश कुमार, मेघनाथ कोनाई आदि मौजूद रहे।
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