प्रखंड के भगाल पंचायत के शाहनगरा में बीते 11 वर्षों से मनरेगा भवन अधूरा पड़ा है, जिससे लोगों में रोष है। पंचायत के कई ग्रामीणों ने बताया कि मनरेगा भवन बीते 11 साल से अधूरा पड़ा हुआ है, जिससे बैठक व अन्य कार्यक्रम के क्रियान्वयन को लेकर घोर परेशानी से गुजरना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि छत लेवल तक भवन का निर्माण कार्य पूरा किया गया है, इसके बाद अधूरे पड़े निर्माण कार्य को अबतक पूरा नहीं किया गया। इसे लेकर कई बार प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों का कहना है कि मनरेगा भवन भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ कर रह गया है। इस संदर्भ में पंचायत के वर्तमान मुखिया प्रतिनिधि डॉ मुन्ना ने बताया कि इसका निर्माण कार्य करीब 11 साल पहले शुरू किया गया था। उस समय के रोजगार सेवक के द्वारा योजना में गड़बड़ी की गई थी। रोजगार सेवक पर विभाग के द्वारा कार्रवाई भी की गई थी। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा भवन का निर्माण कार्य पूरा कराने को लेकर कई बार मनरेगा के अधिकारी को अवगत कराया गया। इस संबंध में मनरेगा पीओ मुश्तफा जमाल अंसारी से संपर्क करने पर संपर्क नहीं हो पाया।
देवाशीष चटर्जी, सारस न्यूज, बहादुरगंज।
प्रखंड के भगाल पंचायत के शाहनगरा में बीते 11 वर्षों से मनरेगा भवन अधूरा पड़ा है, जिससे लोगों में रोष है। पंचायत के कई ग्रामीणों ने बताया कि मनरेगा भवन बीते 11 साल से अधूरा पड़ा हुआ है, जिससे बैठक व अन्य कार्यक्रम के क्रियान्वयन को लेकर घोर परेशानी से गुजरना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि छत लेवल तक भवन का निर्माण कार्य पूरा किया गया है, इसके बाद अधूरे पड़े निर्माण कार्य को अबतक पूरा नहीं किया गया। इसे लेकर कई बार प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों का कहना है कि मनरेगा भवन भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ कर रह गया है। इस संदर्भ में पंचायत के वर्तमान मुखिया प्रतिनिधि डॉ मुन्ना ने बताया कि इसका निर्माण कार्य करीब 11 साल पहले शुरू किया गया था। उस समय के रोजगार सेवक के द्वारा योजना में गड़बड़ी की गई थी। रोजगार सेवक पर विभाग के द्वारा कार्रवाई भी की गई थी। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा भवन का निर्माण कार्य पूरा कराने को लेकर कई बार मनरेगा के अधिकारी को अवगत कराया गया। इस संबंध में मनरेगा पीओ मुश्तफा जमाल अंसारी से संपर्क करने पर संपर्क नहीं हो पाया।
Leave a Reply