“मूल्यांकन जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में एक अहम प्रयास है।”–जिलाधिकारी विशाल राज
ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए शनिवार को गाछपाड़ा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड्स (एनक्वास) कार्यक्रम के तहत राज्यस्तरीय मूल्यांकन किया गया। राज्यस्तरीय टीम में डॉ. राहुल कुमार और विकास कुमार ने केंद्र का निरीक्षण किया। उनके साथ डीक्यूएसी सुमन सिन्हा, बीएचएम अजय साहा, और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. आफताब भी उपस्थित थे।
मूल उद्देश्य और प्रक्रिया
प्रभारी डीक्यूएसी सुमन सिन्हा ने बताया कि इस मूल्यांकन का उद्देश्य हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाना है। टीम ने केंद्र के प्रमुख विभागों जैसे ओपीडी, इमरजेंसी सेवाएं, लैबोरेटरी, फार्मेसी और वार्ड का निरीक्षण किया। विशेष ध्यान निम्नलिखित बिंदुओं पर दिया गया:
मरीजों को दी जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता।
स्वास्थ्यकर्मियों का व्यवहार।
अस्पताल में स्वच्छता और सुरक्षा मानकों का पालन।
मरीजों के फीडबैक का संकलन।
एनक्वास प्रमाणीकरण की आवश्यकता
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया, “एनक्वास प्रमाणीकरण से स्वास्थ्य केंद्र की सेवाएं राष्ट्रीय स्तर की गुणवत्ता के अनुरूप होंगी। यह ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं में भरोसा और जागरूकता लाने का जरिया है।”
जिलाधिकारी की सराहना
जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा, “एनक्वास जैसी पहल ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी। यह कार्यक्रम न केवल सेवाओं को बेहतर बनाएगा, बल्कि लोगों को गुणवत्तापूर्ण उपचार सुनिश्चित करेगा।”
ग्रामीणों को लाभ
बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं: प्रमाणीकरण के बाद सेवाएं राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होंगी।
भरोसा और आत्मविश्वास: मरीजों को उच्च गुणवत्ता के उपचार का भरोसा मिलेगा।
सुरक्षा और सम्मान: सेवाओं में सुरक्षा मानकों का पालन होगा।
समय पर उपचार: ग्रामीण क्षेत्रों में सुलभ चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी।
प्रेरणा और सुधार की योजना
सिविल सर्जन ने बताया कि एनक्वास मूल्यांकन के बाद स्वास्थ्य केंद्र को सुधार के लिए विस्तृत रिपोर्ट दी जाएगी। इस रिपोर्ट के आधार पर सुधार की प्रक्रिया शुरू होगी।
जिलाधिकारी ने कहा, “हमें स्वास्थ्य सेवाओं का पूरा लाभ उठाना चाहिए और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाओं को बढ़ावा देना चाहिए। यह न केवल हमारा अधिकार है बल्कि जिम्मेदारी भी है कि हम इन सेवाओं का सही तरीके से उपयोग करें।”
गाछपाड़ा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का यह मूल्यांकन जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने और ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता लाने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास है।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
“मूल्यांकन जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में एक अहम प्रयास है।”–जिलाधिकारी विशाल राज
ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए शनिवार को गाछपाड़ा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड्स (एनक्वास) कार्यक्रम के तहत राज्यस्तरीय मूल्यांकन किया गया। राज्यस्तरीय टीम में डॉ. राहुल कुमार और विकास कुमार ने केंद्र का निरीक्षण किया। उनके साथ डीक्यूएसी सुमन सिन्हा, बीएचएम अजय साहा, और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. आफताब भी उपस्थित थे।
मूल उद्देश्य और प्रक्रिया
प्रभारी डीक्यूएसी सुमन सिन्हा ने बताया कि इस मूल्यांकन का उद्देश्य हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाना है। टीम ने केंद्र के प्रमुख विभागों जैसे ओपीडी, इमरजेंसी सेवाएं, लैबोरेटरी, फार्मेसी और वार्ड का निरीक्षण किया। विशेष ध्यान निम्नलिखित बिंदुओं पर दिया गया:
मरीजों को दी जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता।
स्वास्थ्यकर्मियों का व्यवहार।
अस्पताल में स्वच्छता और सुरक्षा मानकों का पालन।
मरीजों के फीडबैक का संकलन।
एनक्वास प्रमाणीकरण की आवश्यकता
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया, “एनक्वास प्रमाणीकरण से स्वास्थ्य केंद्र की सेवाएं राष्ट्रीय स्तर की गुणवत्ता के अनुरूप होंगी। यह ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं में भरोसा और जागरूकता लाने का जरिया है।”
जिलाधिकारी की सराहना
जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा, “एनक्वास जैसी पहल ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी। यह कार्यक्रम न केवल सेवाओं को बेहतर बनाएगा, बल्कि लोगों को गुणवत्तापूर्ण उपचार सुनिश्चित करेगा।”
ग्रामीणों को लाभ
बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं: प्रमाणीकरण के बाद सेवाएं राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होंगी।
भरोसा और आत्मविश्वास: मरीजों को उच्च गुणवत्ता के उपचार का भरोसा मिलेगा।
सुरक्षा और सम्मान: सेवाओं में सुरक्षा मानकों का पालन होगा।
समय पर उपचार: ग्रामीण क्षेत्रों में सुलभ चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी।
प्रेरणा और सुधार की योजना
सिविल सर्जन ने बताया कि एनक्वास मूल्यांकन के बाद स्वास्थ्य केंद्र को सुधार के लिए विस्तृत रिपोर्ट दी जाएगी। इस रिपोर्ट के आधार पर सुधार की प्रक्रिया शुरू होगी।
जिलाधिकारी ने कहा, “हमें स्वास्थ्य सेवाओं का पूरा लाभ उठाना चाहिए और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाओं को बढ़ावा देना चाहिए। यह न केवल हमारा अधिकार है बल्कि जिम्मेदारी भी है कि हम इन सेवाओं का सही तरीके से उपयोग करें।”
गाछपाड़ा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का यह मूल्यांकन जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने और ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता लाने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास है।