एनएचएम कर्मियों के द्वारा अपनी मांगों को लेकर सीएस को तीन सूत्री मांग पत्र सौंपा। शुक्रवार को सभी एनएचएम कर्मी जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय पहुंचे और मांग पत्र सौंपा। मालूम हो कि स्वास्थ समिति बिहार के द्वारा फरमान जारी किया गया था की स्मार्ट फोन के माध्यम से एफआरएस विधि द्वारा अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी। वहीं स्वस्थ समिति के सभी प्रखंड कर्मी के वेतन, बिजली, स्वच्छ पेयजल की असुविधा, अस्थाई जगहों में टीकाकरण करने से भी स्वार्थ कर्मी नाराज दिखे। उनकी मांगों में स्वस्थ कर्मियों के द्वारा एफआरएस विधि से अपनी मौजोदगी दर्ज नहीं करने की बात कही है। वहीं सामान कार्य के बदले मामान वेतन दिया जाए। साथ ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संविदा पर कार्यरत सभी कर्मियों को चिना शर्त राज्य कर्मी का दर्जा दिया जाए। इसके अलावे एनएचएम के सभी कर्मियों अशोक नीध की अध्यक्षता चान्नी उच्चस्तरीय समिति की अनुशंसाओं को लागू किया जाए, कर्मियों के लिए स्मार्टफोन से एफआरएस विधि से उपस्थित दर्ज करने के अव्यवहारिक एवं अविवेकपूर्ण आदेश को अविलम्ब निरस्त किया जाए, माह अप्रैल 2024 से बकाया मानदेय का भुगतान अविलंब किया जाए तथा हर माह के अंतिम तिथि को मानदेय भुगतान सुनिश्चित किया जाए, स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर स्थाई भवन, आवासीय सुविधा, शौचालय, स्वच्छ पेयजल, बिजली, वाईफाई इंटरनेट जैसे बुनियादी सुविधा सुनिश्चित की जाए, राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार द्वारा निर्गत आदेश संख्या के द्वारा मानदेय बढ़ोतरी के दोषपूर्ण आदेश में अविलम्ब सुधार किया जाए, एनएचएम के अंतर्गत अन्य कर्मियों की भाँती सीएचओ को भी सामान रूप से वेतन वृद्धि एवं अन्य सुविधाओं का लाभ दिया जाए, कार्यस्थल पर विशाखा जजमेंट के अनुरूप महिला कर्मियों की सुरक्षा की गारंटी सुनिश्चित की जाए, न्यूनतम वैधानिक मजदूरी का भुगतान सभी संविदा कर्मियों को किया जाए। कार्यक्रम के दौरान मधु कुमारी, ललित कुमार, सूरज कुमार, सुमित्रा कुमारी, रंजू कुमारी, लोकेश कुमार, श्वेता सुमन, कुसुम प्रिया सहित अन्य कर्मी मौजूद रहे।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
एनएचएम कर्मियों के द्वारा अपनी मांगों को लेकर सीएस को तीन सूत्री मांग पत्र सौंपा। शुक्रवार को सभी एनएचएम कर्मी जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय पहुंचे और मांग पत्र सौंपा। मालूम हो कि स्वास्थ समिति बिहार के द्वारा फरमान जारी किया गया था की स्मार्ट फोन के माध्यम से एफआरएस विधि द्वारा अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी। वहीं स्वस्थ समिति के सभी प्रखंड कर्मी के वेतन, बिजली, स्वच्छ पेयजल की असुविधा, अस्थाई जगहों में टीकाकरण करने से भी स्वार्थ कर्मी नाराज दिखे। उनकी मांगों में स्वस्थ कर्मियों के द्वारा एफआरएस विधि से अपनी मौजोदगी दर्ज नहीं करने की बात कही है। वहीं सामान कार्य के बदले मामान वेतन दिया जाए। साथ ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संविदा पर कार्यरत सभी कर्मियों को चिना शर्त राज्य कर्मी का दर्जा दिया जाए। इसके अलावे एनएचएम के सभी कर्मियों अशोक नीध की अध्यक्षता चान्नी उच्चस्तरीय समिति की अनुशंसाओं को लागू किया जाए, कर्मियों के लिए स्मार्टफोन से एफआरएस विधि से उपस्थित दर्ज करने के अव्यवहारिक एवं अविवेकपूर्ण आदेश को अविलम्ब निरस्त किया जाए, माह अप्रैल 2024 से बकाया मानदेय का भुगतान अविलंब किया जाए तथा हर माह के अंतिम तिथि को मानदेय भुगतान सुनिश्चित किया जाए, स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर स्थाई भवन, आवासीय सुविधा, शौचालय, स्वच्छ पेयजल, बिजली, वाईफाई इंटरनेट जैसे बुनियादी सुविधा सुनिश्चित की जाए, राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार द्वारा निर्गत आदेश संख्या के द्वारा मानदेय बढ़ोतरी के दोषपूर्ण आदेश में अविलम्ब सुधार किया जाए, एनएचएम के अंतर्गत अन्य कर्मियों की भाँती सीएचओ को भी सामान रूप से वेतन वृद्धि एवं अन्य सुविधाओं का लाभ दिया जाए, कार्यस्थल पर विशाखा जजमेंट के अनुरूप महिला कर्मियों की सुरक्षा की गारंटी सुनिश्चित की जाए, न्यूनतम वैधानिक मजदूरी का भुगतान सभी संविदा कर्मियों को किया जाए। कार्यक्रम के दौरान मधु कुमारी, ललित कुमार, सूरज कुमार, सुमित्रा कुमारी, रंजू कुमारी, लोकेश कुमार, श्वेता सुमन, कुसुम प्रिया सहित अन्य कर्मी मौजूद रहे।
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