किशनगंज मुख्यालय में चैत्र नवरात्र की दशमी के अवसर पर सोमवार को श्रद्धा और भक्ति भाव से मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन किया गया। श्रद्धालु बैंड-बाजे और ढोल-नगाड़ों के साथ उत्साहपूर्वक नगर के विभिन्न घाटों पर पहुंचे और विधिवत मां का विसर्जन किया। इस दौरान रास्ते भर भक्तों ने गुलाल उड़ाया और एक-दूसरे को रंग लगाकर पर्व की बधाई दी।
विसर्जन से पहले माता की विधिवत पूजा-अर्चना की गई और सामूहिक आरती के साथ मां को विदाई दी गई। नौ दिनों तक माता के समक्ष स्थापित कलश के समीप से जयंत्री निकाल कर मंत्रोच्चारण के साथ श्रद्धालुओं को प्रदान की गई।
इस शुभ अवसर पर बंगाली समुदाय की महिलाओं ने भगवती को सिंदूर अर्पित करते हुए अपने पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन की प्रार्थना की। पारंपरिक “सिंदूर खेला” में महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर उत्सव की शुभकामनाएं दीं और मां से अपने परिवार की खुशहाली की कामना की। कार्यक्रम के समापन पर श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज मुख्यालय में चैत्र नवरात्र की दशमी के अवसर पर सोमवार को श्रद्धा और भक्ति भाव से मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन किया गया। श्रद्धालु बैंड-बाजे और ढोल-नगाड़ों के साथ उत्साहपूर्वक नगर के विभिन्न घाटों पर पहुंचे और विधिवत मां का विसर्जन किया। इस दौरान रास्ते भर भक्तों ने गुलाल उड़ाया और एक-दूसरे को रंग लगाकर पर्व की बधाई दी।
विसर्जन से पहले माता की विधिवत पूजा-अर्चना की गई और सामूहिक आरती के साथ मां को विदाई दी गई। नौ दिनों तक माता के समक्ष स्थापित कलश के समीप से जयंत्री निकाल कर मंत्रोच्चारण के साथ श्रद्धालुओं को प्रदान की गई।
इस शुभ अवसर पर बंगाली समुदाय की महिलाओं ने भगवती को सिंदूर अर्पित करते हुए अपने पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन की प्रार्थना की। पारंपरिक “सिंदूर खेला” में महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर उत्सव की शुभकामनाएं दीं और मां से अपने परिवार की खुशहाली की कामना की। कार्यक्रम के समापन पर श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया।
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