मंगलवार को “संकल्प: हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ़ वीमेन” योजना के जागरूकता अभियान के तहत कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, मोधो, कोचाधामन, किशनगंज में सखी वार्ता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मोहम्मद शमीम अंसारी (जिला परियोजना प्रबंधक, महिला एवं बाल विकास निगम), मोहम्मद शाहबाज़ आलम (जिला मिशन समन्वयक), सुशील कुमार झा (जेंडर विशेषज्ञ), आयशा खातून (पारा मेडिकल), और पवन कुमार (पारा लीगल अधिवक्ता) द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोहम्मद शमीम अंसारी ने कहा कि बालिकाएं अब हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं, इसलिए उन्हें पढ़ने और आगे बढ़ने के अवसर दिए जाने चाहिए। बेटा-बेटी में भेदभाव न करें और दोनों को समान अवसर प्रदान करें। उन्होंने बताया कि सरकार महिलाओं और बालिकाओं के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है और उनकी सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए कानूनी प्रावधान किए गए हैं।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि जिले में “सखी वन स्टॉप सेंटर” और “जिला हब फॉर इम्पावरमेंट ऑफ वीमेन” जैसे कार्यालय संचालित हैं, जहां से महिलाएं एवं बालिकाएं सहायता प्राप्त कर सकती हैं। उन्होंने उपस्थित लोगों को “सखी वन स्टॉप सेंटर” का मोबाइल नंबर- 9771468017 और महिला हेल्पलाइन टोल-फ्री नंबर- 181 की जानकारी भी दी।
इसके बाद, मोहम्मद शाहबाज़ आलम ने कहा कि बच्चियों का लालन-पालन सही तरीके से करें और उनकी शिक्षा सुनिश्चित करें। उन्होंने बाल विवाह के दुष्प्रभावों पर चर्चा करते हुए अभिभावकों से अपील की कि बेटियों की शादी 18 वर्ष और बेटों की शादी 21 वर्ष के बाद ही करें।
सुशील कुमार झा ने महिलाओं एवं बालिकाओं से संबंधित सरकारी योजनाओं की जानकारी दी, जबकि पवन कुमार ने कानूनी प्रावधानों के बारे में बताया। आयशा खातून ने उपस्थित छात्राओं को स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण जानकारियां दीं।
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय की छात्राओं ने “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” और “बाल विवाह” विषय पर नृत्य और संगीत प्रस्तुत किए।
इस कार्यक्रम में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, मोधो कोचाधामन के शिक्षकगण और सैकड़ों की संख्या में बालिकाएं उपस्थित रहीं।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
मंगलवार को “संकल्प: हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ़ वीमेन” योजना के जागरूकता अभियान के तहत कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, मोधो, कोचाधामन, किशनगंज में सखी वार्ता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मोहम्मद शमीम अंसारी (जिला परियोजना प्रबंधक, महिला एवं बाल विकास निगम), मोहम्मद शाहबाज़ आलम (जिला मिशन समन्वयक), सुशील कुमार झा (जेंडर विशेषज्ञ), आयशा खातून (पारा मेडिकल), और पवन कुमार (पारा लीगल अधिवक्ता) द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोहम्मद शमीम अंसारी ने कहा कि बालिकाएं अब हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं, इसलिए उन्हें पढ़ने और आगे बढ़ने के अवसर दिए जाने चाहिए। बेटा-बेटी में भेदभाव न करें और दोनों को समान अवसर प्रदान करें। उन्होंने बताया कि सरकार महिलाओं और बालिकाओं के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है और उनकी सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए कानूनी प्रावधान किए गए हैं।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि जिले में “सखी वन स्टॉप सेंटर” और “जिला हब फॉर इम्पावरमेंट ऑफ वीमेन” जैसे कार्यालय संचालित हैं, जहां से महिलाएं एवं बालिकाएं सहायता प्राप्त कर सकती हैं। उन्होंने उपस्थित लोगों को “सखी वन स्टॉप सेंटर” का मोबाइल नंबर- 9771468017 और महिला हेल्पलाइन टोल-फ्री नंबर- 181 की जानकारी भी दी।
इसके बाद, मोहम्मद शाहबाज़ आलम ने कहा कि बच्चियों का लालन-पालन सही तरीके से करें और उनकी शिक्षा सुनिश्चित करें। उन्होंने बाल विवाह के दुष्प्रभावों पर चर्चा करते हुए अभिभावकों से अपील की कि बेटियों की शादी 18 वर्ष और बेटों की शादी 21 वर्ष के बाद ही करें।
सुशील कुमार झा ने महिलाओं एवं बालिकाओं से संबंधित सरकारी योजनाओं की जानकारी दी, जबकि पवन कुमार ने कानूनी प्रावधानों के बारे में बताया। आयशा खातून ने उपस्थित छात्राओं को स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण जानकारियां दीं।
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय की छात्राओं ने “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” और “बाल विवाह” विषय पर नृत्य और संगीत प्रस्तुत किए।
इस कार्यक्रम में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, मोधो कोचाधामन के शिक्षकगण और सैकड़ों की संख्या में बालिकाएं उपस्थित रहीं।
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