जिला अंतर्गत गर्वणडंगा थाना क्षेत्र के प्रगेश लाल राय हत्याकांड का महज 36 घंटे के अंदर सफलतापूर्वक खुलासा करते हुए पुलिस ने घटना में शामिल चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। इस बात की जानकारी पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने सोमवार शाम को पत्रकारों को दी।
एसपी ने बताया कि 9 नवंबर को रात करीब 1:25 बजे गश्ती टीम को सूचना मिली कि ताराबाड़ी चौक और कुम्हिया चौक के बीच नेशनल हाइवे एनएच 327 ई पर खून से लथपथ एक अज्ञात शव पड़ा है। गश्ती टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव के पास एक काला रंग का बैग पाया, जिसमें आधार कार्ड मिला। आधार कार्ड से शव की पहचान प्रगेश लाल राय (उम्र 29 वर्ष), पिता जीतू लाल राय, निवासी मालिन गाँव, थाना पौआखाली, जिला किशनगंज के रूप में हुई। सूचना मिलने पर मृतक के परिजनों को सूचित किया गया।
मृतक की मां मंदा देवी ने गर्वणडंगा थाना में हत्या का मामला दर्ज करवाया, जिसमें बहू बताशी देवी और उसके प्रेमी गालीब शादान पर साजिश के तहत बेटे की हत्या का आरोप लगाया। मामले में गर्वणडंगा थाना कांड संख्या 37/24 के तहत जांच शुरू की गई। कांड की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी-2, किशनगंज के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई।
एसपी ने कहा कि गठित टीम ने लगातार सूचना और तकनीकी साक्ष्य संकलन करते हुए प्राथमिक और अप्राथमिक अभियुक्तों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की। छापेमारी में चार अभियुक्तों को हिरासत में लिया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों में मृतक की पत्नी बताशी देवी (उम्र 28 वर्ष), मो. अकील (उम्र 30 वर्ष), राहिद आलम (उम्र 26 वर्ष), और नूर मोहम्मद उर्फ बानो (उम्र 28 वर्ष) शामिल हैं। पूछताछ में बताशी देवी ने कबूल किया कि उसका अवैध संबंध गालीब शादान के साथ था, जिसके बारे में उसके पति को पता चल गया था। इसके चलते उसने गालीब शादान के साथ मिलकर पति की हत्या की साजिश रची।
बताशी देवी ने 8 नवंबर की रात को गालीब शादान द्वारा दी गई नशे की गोली खाने में मिलाकर अपने पति को खिला दी। रात करीब 11 बजे गालीब शादान, राहिद आलम और अन्य लोग एक सफेद रंग की स्कॉर्पियो में आए और बेहोशी की हालत में प्रगेश लाल राय को गाड़ी में बैठा लिया। उसे ताराबाड़ी और कुम्हिया के बीच हाइवे पर उतारकर गालीब शादान ने तेज गति से गाड़ी चलाते हुए उसे टक्कर मारी और फिर गाड़ी से दो बार उसके ऊपर चढ़ा दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
राहिद आलम की निशानदेही पर गाड़ी ताराबाड़ी चौक से बरामद की गई। सभी अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। पर्याप्त साक्ष्य संकलित करने के बाद शीघ्र आरोप पत्र दाखिल करने का निर्देश दिया गया है।
इस कार्रवाई में पुलिस की गठित टीम में मंगलेश कुमार सिंह, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी-2, ठाकुरगंज के साथ अभिनव परासर, परिचालन पुलिस उपाधीक्षक, किशनगंज, थानाध्यक्ष धनजी कुमार, अनुसंधानकर्ता अशुतोष मिश्रा, थानाध्यक्ष अंगद कुमार, तकनीकी शाखा के सिपाही मनीष कुमार और इरफान हुसैन शामिल थे।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
जिला अंतर्गत गर्वणडंगा थाना क्षेत्र के प्रगेश लाल राय हत्याकांड का महज 36 घंटे के अंदर सफलतापूर्वक खुलासा करते हुए पुलिस ने घटना में शामिल चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। इस बात की जानकारी पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने सोमवार शाम को पत्रकारों को दी।
एसपी ने बताया कि 9 नवंबर को रात करीब 1:25 बजे गश्ती टीम को सूचना मिली कि ताराबाड़ी चौक और कुम्हिया चौक के बीच नेशनल हाइवे एनएच 327 ई पर खून से लथपथ एक अज्ञात शव पड़ा है। गश्ती टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव के पास एक काला रंग का बैग पाया, जिसमें आधार कार्ड मिला। आधार कार्ड से शव की पहचान प्रगेश लाल राय (उम्र 29 वर्ष), पिता जीतू लाल राय, निवासी मालिन गाँव, थाना पौआखाली, जिला किशनगंज के रूप में हुई। सूचना मिलने पर मृतक के परिजनों को सूचित किया गया।
मृतक की मां मंदा देवी ने गर्वणडंगा थाना में हत्या का मामला दर्ज करवाया, जिसमें बहू बताशी देवी और उसके प्रेमी गालीब शादान पर साजिश के तहत बेटे की हत्या का आरोप लगाया। मामले में गर्वणडंगा थाना कांड संख्या 37/24 के तहत जांच शुरू की गई। कांड की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी-2, किशनगंज के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई।
एसपी ने कहा कि गठित टीम ने लगातार सूचना और तकनीकी साक्ष्य संकलन करते हुए प्राथमिक और अप्राथमिक अभियुक्तों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की। छापेमारी में चार अभियुक्तों को हिरासत में लिया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों में मृतक की पत्नी बताशी देवी (उम्र 28 वर्ष), मो. अकील (उम्र 30 वर्ष), राहिद आलम (उम्र 26 वर्ष), और नूर मोहम्मद उर्फ बानो (उम्र 28 वर्ष) शामिल हैं। पूछताछ में बताशी देवी ने कबूल किया कि उसका अवैध संबंध गालीब शादान के साथ था, जिसके बारे में उसके पति को पता चल गया था। इसके चलते उसने गालीब शादान के साथ मिलकर पति की हत्या की साजिश रची।
बताशी देवी ने 8 नवंबर की रात को गालीब शादान द्वारा दी गई नशे की गोली खाने में मिलाकर अपने पति को खिला दी। रात करीब 11 बजे गालीब शादान, राहिद आलम और अन्य लोग एक सफेद रंग की स्कॉर्पियो में आए और बेहोशी की हालत में प्रगेश लाल राय को गाड़ी में बैठा लिया। उसे ताराबाड़ी और कुम्हिया के बीच हाइवे पर उतारकर गालीब शादान ने तेज गति से गाड़ी चलाते हुए उसे टक्कर मारी और फिर गाड़ी से दो बार उसके ऊपर चढ़ा दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
राहिद आलम की निशानदेही पर गाड़ी ताराबाड़ी चौक से बरामद की गई। सभी अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। पर्याप्त साक्ष्य संकलित करने के बाद शीघ्र आरोप पत्र दाखिल करने का निर्देश दिया गया है।
इस कार्रवाई में पुलिस की गठित टीम में मंगलेश कुमार सिंह, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी-2, ठाकुरगंज के साथ अभिनव परासर, परिचालन पुलिस उपाधीक्षक, किशनगंज, थानाध्यक्ष धनजी कुमार, अनुसंधानकर्ता अशुतोष मिश्रा, थानाध्यक्ष अंगद कुमार, तकनीकी शाखा के सिपाही मनीष कुमार और इरफान हुसैन शामिल थे।