सारस न्यूज, किशनगंज।
प्रस्तावित गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस हाईवे के निर्माण के लिए ठाकुरगंज नगर क्षेत्र में जो सर्वेक्षण किया गया है, उससे बालेश्वर फार्म से लेकर पेट्रोल पंप चौक तक के लोगों की नींद हराम हो गई है और तो और लोगो को अपने आशियां के उजड़ने का डर तो उन्हें सता ही रहा है। साथ ही साथ अच्छे खासे फल फूल रहे व्यवसाय को भी इस विकास के नाम पर बन रहे एक्सप्रेस हाईवे की नजर लग जाएगी। हालांकि इस सिक्स लेन के निर्माण से नगर में हो रहे अप्रत्याशित उथल-पुथल को लेकर नागरिक एकता मंच के द्वारा प्रस्तावित गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेस हाईवे के निर्माण में ठाकुरगंज नगर क्षेत्र में प्रवेश करने से सड़क के दोनों ओर नागरिक एवं सरकारी प्रतिष्ठानों को संभावित व्यापक नुकसान के संबंध की चर्चा करते हुए माननीय केंद्रीय मंत्री सड़क परिवहन एवं राजमार्ग नितिन जयराम गडकरी के साथ नितिन नवीन पथ निर्माण मंत्री बिहार, नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बिहार, अरविंद कुमार प्रोजेक्ट डायरेक्टर एनएचएआई, पूर्णिया, सांसद जावेद आजाद, विधायक सऊद आलम, विधान पार्षद दिलीप जायसवाल के साथ जिला पदाधिकारी किशनगंज को पत्र भेजकर जनहित का ख्याल रखते हुए इस एलाइनमेंट में बदलाव कर बेहतर समाधान निकालने की मांग की है।
नागरिक एकता मंच ठाकुरगंज के अध्यक्ष सिकंदर पटेल द्वारा भेजे गए पत्र में बताया है कि ठाकुरगंज अंचल के दल्लेगांव, गोथरा और चुरली राजस्व ग्राम के अंतर्गत एनएच 327 ई के किनारे बसे लोगों के लिए यह सड़क चिंता का विषय बन गया है। जहां प्रस्तावित गोरखपुर-सिलीगुड़ी ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस के लिए एनएच 327 ई के दोनों ओर करीब 2 किलोमीटर एनएचएआई के द्वारा पिलर गाड़ कर मार्किंग किया गया है। जिससे उस स्थान पर बसे नागरिकों में दहशत का माहौल बन गया है। पत्र के माध्यम से यह भी बताया गया है कि यह क्षेत्र ग्रीनफील्ड न होकर नगर पंचायत ठाकुरगंज और चुरली पंचायत की घनी आबादी वाला व्यवसायिक क्षेत्र है। एनएच 327 सड़क के दोनों ओर सैकड़ों मकान, दुकान, होटल, वेयरहाउस, धर्म कांटा, पेट्रोल पंप, गैस गोदाम, बीएसएनल ऑफिस, बिजली विभाग ऑफिस, एसएसबी 19वीं बटालियन का मुख्यालय, कृषि विभाग का बीज प्रक्षेत्र भी स्थित है। साथ ही ठाकुरगंज प्रखंड में ग्रिड उप केंद्र के निर्माण के लिए बीएसपीटीसीएल द्वारा अधिकृत 18.59 एकड़ जमीन का भूखंड भी है। जहां जल्द ही टेंडर कराकर पावर ग्रिड का निर्माण भी होना है। साथ ही साथ इस सड़क के किनारे एसएसबी 19वीं वाहिनी के अधिग्रहित 30 एकड़ जमीन भी है। जिस पर एसएसबी का बटालियन मुख्यालय का निर्माण होना है। इसी जगह पर 12 एकड़ गोथरा का झील भी है। जहां जल जीवन हरियाली योजना के अंतर्गत जिला प्रशासन द्वारा इसे विकसित कर चिल्ड्रन पार्क बनाने की भी योजना बनाई गई है। यह सभी स्थान इस एक्सप्रेस हाईवे की संभावित एलाइनमेंट से बुरी तरह प्रभावित हो जाएगा।
नागरिक एकता मंच के अध्यक्ष सिकंदर पटेल ने पत्र के माध्यम से इस एलाइनमेंट को एनएच 327ई से आधा किलोमीटर पश्चिम बॉर्डर रोड की तरफ या फिर भोगडाबर, दूधमंजर, कनकपुर राजस्व ग्राम होकर ठाकुरगंज नगर के पूरब की ओर शिफ्ट कर दिया जाए तो नगर की आबादी से दूर ग्रीनफील्ड एरिया में चला जाएगा। जिससे सैकड़ों लोगों की रोजी-रोटी, रोजगार और उनका घर मकान छीनने से बचाया जा सकेगा।
प्रस्तावित रूट

जिलाधिकारी को लिखा गया आवेदन

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को दिया गया आवेदन
