सारस न्यूज, किशनगंज।
सोमवार को महानंदा नदी के किनारे स्थित ठाकुरगंज प्रखंड की मध्य विद्यालय खरना में एसडीआरएफ की टीम ने स्कूल के वर्ग छः से अष्टम वर्ग के छात्र-छात्राओं तथा शिक्षकों को प्राकृतिक आपदा प्रबंधन के गुर सिखाए। एसडीआरएफ की टीम ने सब इंस्पेक्टर योगेंद्र सिंह थापा के नेतृत्व में आपदा प्रबंधन, राहत बचाव के तरीकों, प्राथमिक उपचार, इंप्रोवाइज तरीके से स्ट्रेचर बनाना, विक्टिम को लिफ्टिंग-मूविंग के तरीके, रेस्क्यू उपकरणों की उचित जानकारी और प्रशिक्षण दिया गया।
इस संबंध में एसडीआरएफ के सब इंस्पेक्टर योगेंद्र सिंह थापा ने बताया कि मानसून सत्र के दौरान क्षेत्र के कई इलाकों सहित नदियों के समीप स्थित गांव और बस्तियों में बाढ़ तक के हालात बन जाते हैं। ऐसे में आपदा की स्थिति और बाढ़ से बचाव के लिए एसडीआरएफ की टीम ने महानंदा नदी के किनारे स्थित खरना गांव के मध्य विद्यालय में स्कूली छात्र- छात्राओं को बाढ़ से बचने के उपाय और गुर सिखाए गए। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान स्कूली छात्र- छात्राओं को पानी में डूबने पर बाहर निकलने, बहते रक्त को रोकने और बाढ़ की स्थिति में डूबने से बचने के तरीकों की जानकारी दी गई। एसडीआरएफ टीम द्वारा प्रशिक्षण के दौरान छात्रों को आपदा प्रबंधन की तकनीक सीखने और आसपास के लोगों को प्रशिक्षित करने के लिए भी कहा गया। वहीं बाढ़ और आपदा जैसी स्थिति में संयम बरतने और पुलिस व प्रशासन को तुरंत सूचना देने की भी अपील की गई। विद्यालय के प्रधानाध्यापक सरफुद्दीन अंसारी ने एसडीआरएफ इस के जनजागरूकता कार्यक्रम के लिए आभार जताया।
इस मौके पर एसडीआरएफ टीम में कॉन्स्टेबल, अशोक कुमार शर्मा, संतोष यादव, हरिनंद कुमार काज़ी, राजस्व कर्मचारी तारा कुमारी, गौरी शंकर, शिक्षक उपेंद्र कुमार साह, ओम कुमार सिंह आदि सहित स्कूल के छात्र- छात्राएं मौजूद रहे।