सोमवार को 19वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल ठाकुरगंज की डी समवाय सुखानी में नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, सिलीगुड़ी के चिकित्सक डॉ सम्राट देब व डॉ सप्तक हलधर के द्वारा जवान व महिलाओं को तनाव के संकेत मिलने पर डिप्रेशन को कैसे हराएं विषय पर एक दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया। वर्कशॉप में डॉ सम्राट देब व डॉ सप्तक हलधर ने सभी जवान व महिलाओं को मानसिक स्थिति के बारे में बताते हुए कहा कि डिप्रेशन का शिकार व्यक्ति खुद को अकेला कर लेता है। इससे डरे नहीं। इस अवसाद से बाहर निकलने के लिए ढेर सारे उपाय है।
उन्होंने बताया कि एक्सरसाइज डिप्रेशन और चिंता को दूर करने का सबसे बेहतर उपाय है। एक्सरसाइज करने से ना सिर्फ तनाव कम होता है बल्कि दिमागी हालात भी बेहतर होते हैं। एक्सरसाइज आपके मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करती है। उन्होंने कहा कि भावनात्मक अस्थिरता, तनाव होने के कारणों में से एक है। अगर कोई छोटी-मोटी असफलता आ जाए तो चिंता न करें। हर एक असफलता एक नई सफलता की ओर बड़ा कदम है। अपना उत्साह बढ़ाइए। तनाव से बचें। उन्होंने कहा कि मेडिटेशन का अभ्यास करते रहना चाहिए। मेडिटेशन से दिमाग से नकारात्मक विचार निकल जाते हैं। इस के सहारे लोग खुद को अकेला नहीं समझते हैं और धीरे-धीरे उबरने लगते हैं। नकारात्मक विचारों से दूरी बनाए रखें।
साथ ही कहा गया कि जब हम फिजिकली ऐक्टिव रहते हैं। योग, एक्सर्साइज या डांस करते हैं तो इससे हमारी बॉडी में ब्लड सर्कुलेश बढ़ता है। यह हमारे ब्रेन में ऑक्सीजन लेवल बढ़ाता है, इससे दिमाग शांत रहता है और हैपी हॉर्मोन्स प्रड्यूस होते हैं। ये हॉर्मोन्स हमें खुश रहने और तनाव की डील करने की ताकत देते हैं। इस अवसर पर निरीक्षक डी. राम, सहायक उप निरीक्षक गुरु सेवक, सहायक उप निरीक्षक माणिक चंद सिकदर एवं समस्त जवान मौजूद रहे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
सोमवार को 19वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल ठाकुरगंज की डी समवाय सुखानी में नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, सिलीगुड़ी के चिकित्सक डॉ सम्राट देब व डॉ सप्तक हलधर के द्वारा जवान व महिलाओं को तनाव के संकेत मिलने पर डिप्रेशन को कैसे हराएं विषय पर एक दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया। वर्कशॉप में डॉ सम्राट देब व डॉ सप्तक हलधर ने सभी जवान व महिलाओं को मानसिक स्थिति के बारे में बताते हुए कहा कि डिप्रेशन का शिकार व्यक्ति खुद को अकेला कर लेता है। इससे डरे नहीं। इस अवसाद से बाहर निकलने के लिए ढेर सारे उपाय है।
उन्होंने बताया कि एक्सरसाइज डिप्रेशन और चिंता को दूर करने का सबसे बेहतर उपाय है। एक्सरसाइज करने से ना सिर्फ तनाव कम होता है बल्कि दिमागी हालात भी बेहतर होते हैं। एक्सरसाइज आपके मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करती है। उन्होंने कहा कि भावनात्मक अस्थिरता, तनाव होने के कारणों में से एक है। अगर कोई छोटी-मोटी असफलता आ जाए तो चिंता न करें। हर एक असफलता एक नई सफलता की ओर बड़ा कदम है। अपना उत्साह बढ़ाइए। तनाव से बचें। उन्होंने कहा कि मेडिटेशन का अभ्यास करते रहना चाहिए। मेडिटेशन से दिमाग से नकारात्मक विचार निकल जाते हैं। इस के सहारे लोग खुद को अकेला नहीं समझते हैं और धीरे-धीरे उबरने लगते हैं। नकारात्मक विचारों से दूरी बनाए रखें।
साथ ही कहा गया कि जब हम फिजिकली ऐक्टिव रहते हैं। योग, एक्सर्साइज या डांस करते हैं तो इससे हमारी बॉडी में ब्लड सर्कुलेश बढ़ता है। यह हमारे ब्रेन में ऑक्सीजन लेवल बढ़ाता है, इससे दिमाग शांत रहता है और हैपी हॉर्मोन्स प्रड्यूस होते हैं। ये हॉर्मोन्स हमें खुश रहने और तनाव की डील करने की ताकत देते हैं। इस अवसर पर निरीक्षक डी. राम, सहायक उप निरीक्षक गुरु सेवक, सहायक उप निरीक्षक माणिक चंद सिकदर एवं समस्त जवान मौजूद रहे।
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