ठाकुरगंज नपं क्षेत्र के वार्ड 06 में स्थित ऐतिहासिक धरोहर माना जाने वाला भातढाला पोखर पार्क इन दोनों वन विभाग के दो ही अधिकारी के भरोसे चल रहा है। लोक आस्था का महापर्व छठ की शुरुआत हो चुकी है, नगर क्षेत्र के विभिन्न वार्डों के छठ व्रतियों के द्वारा भातढाला पोखर पार्क में छठ मनाने आते हैं। लगभग हजारों की संख्या में भीड़ होती है। पार्क में श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक इसलिए होती है क्योंकि उक्त भातढाला पोखर पार्क काफी सुंदर है। छठवर्ति तो छठ मनाने आते ही हैं, इसके अलावे विभिन्न क्षेत्रों एवं आसपास के लोग छठ पूजा देखने भी भारी संख्या में पहुंचते हैं। भीड़-भाड़ अधिक होने से स्थानीय प्रशासन के पास चुनौतियां भी बहुत सारी होती हैं। इन चुनौतियों से निपटने के लिए स्थानीय नगर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। भातढाला पोखर पार्क की देखरेख वन विभाग के द्वारा की जाती है। मगर आस्था के इस छठ महापर्व में वन विभाग के दो ही अधिकारी के भरोसे भातढाला पोखर पार्क चल रहा है। यानी हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ का जिम्मा वन विभाग के दो ही अधिकारी के भरोसे है। ऐसे में छठ पूजा के अवसर पर पार्क की देख-रेख विधि व्यवस्था को बनाए रखनें में वन विभाग के वरीय अधिकारी थोड़ा सुस्त दिख रहे हैं। वैसे यहां भी सवाल खड़े होते हैं कि दो अधिकारी के भरोसे कैसे छठ पूजा संपन्न होगी? वहीं जिला पदाधिकारी तुषार सिंगला के द्वारा किशनगंज जिले में छठ पूजा का पर्व शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने को लेकर लगातार अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं। डीएम के द्वारा स्वयं कई छठ घाटों का भी निरीक्षण किया जा रहा है। मगर छठ महापर्व को लेकर प्रभागीय वन अधिकारी (DFO) व वनों के क्षेत्र अधिकारी छठ पूजा की तैयारी का जायज़ा लेने वन विभाग के अधीन भातढाला पोखर पार्क अभी तक नहीं पहुंचे हैं। छठ पूजा पर्व को लेकर वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी सुस्त नजर आ रहे हैं। वहीं इस संबंध में अररिया डीएफओ मेघा यादव से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि स्टाफ की कमी है, वन विभाग क्या व्यवस्था करेगी, स्थानीय नगर प्रशासन को व्यवस्था करनी है।
सारस न्यूज, शशि कोशी रोक्का, किशनगंज।
ठाकुरगंज नपं क्षेत्र के वार्ड 06 में स्थित ऐतिहासिक धरोहर माना जाने वाला भातढाला पोखर पार्क इन दोनों वन विभाग के दो ही अधिकारी के भरोसे चल रहा है। लोक आस्था का महापर्व छठ की शुरुआत हो चुकी है, नगर क्षेत्र के विभिन्न वार्डों के छठ व्रतियों के द्वारा भातढाला पोखर पार्क में छठ मनाने आते हैं। लगभग हजारों की संख्या में भीड़ होती है। पार्क में श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक इसलिए होती है क्योंकि उक्त भातढाला पोखर पार्क काफी सुंदर है। छठवर्ति तो छठ मनाने आते ही हैं, इसके अलावे विभिन्न क्षेत्रों एवं आसपास के लोग छठ पूजा देखने भी भारी संख्या में पहुंचते हैं। भीड़-भाड़ अधिक होने से स्थानीय प्रशासन के पास चुनौतियां भी बहुत सारी होती हैं। इन चुनौतियों से निपटने के लिए स्थानीय नगर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। भातढाला पोखर पार्क की देखरेख वन विभाग के द्वारा की जाती है। मगर आस्था के इस छठ महापर्व में वन विभाग के दो ही अधिकारी के भरोसे भातढाला पोखर पार्क चल रहा है। यानी हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ का जिम्मा वन विभाग के दो ही अधिकारी के भरोसे है। ऐसे में छठ पूजा के अवसर पर पार्क की देख-रेख विधि व्यवस्था को बनाए रखनें में वन विभाग के वरीय अधिकारी थोड़ा सुस्त दिख रहे हैं। वैसे यहां भी सवाल खड़े होते हैं कि दो अधिकारी के भरोसे कैसे छठ पूजा संपन्न होगी? वहीं जिला पदाधिकारी तुषार सिंगला के द्वारा किशनगंज जिले में छठ पूजा का पर्व शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने को लेकर लगातार अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं। डीएम के द्वारा स्वयं कई छठ घाटों का भी निरीक्षण किया जा रहा है। मगर छठ महापर्व को लेकर प्रभागीय वन अधिकारी (DFO) व वनों के क्षेत्र अधिकारी छठ पूजा की तैयारी का जायज़ा लेने वन विभाग के अधीन भातढाला पोखर पार्क अभी तक नहीं पहुंचे हैं। छठ पूजा पर्व को लेकर वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी सुस्त नजर आ रहे हैं। वहीं इस संबंध में अररिया डीएफओ मेघा यादव से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि स्टाफ की कमी है, वन विभाग क्या व्यवस्था करेगी, स्थानीय नगर प्रशासन को व्यवस्था करनी है।
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