सारस न्यूज़, ठाकुरगंज।
दिनांक 14.07.24 को 19वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल, ठाकुरगंज ने मियावाकी तकनीक के आधार पर वाहिनी की भूमि (बेलवा) में वृहद् स्तर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस वर्ष वाहिनी को चयनित भूमि (बेलवा) में मियावाकी तकनीक से सघन वन विकसित करने का लक्ष्य दिया गया है। इस कार्यक्रम में श्री स्वर्ण जीत शर्मा, कमान्डेंट, ने माननीय श्री सुधीर कुमार, महानिरीक्षक, सीमांत मुख्यालय सिलीगुड़ी, और अन्य अधिकारियों का स्वागत किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ स्थानीय ग्रामीण नूर मोहम्मद और बच्चों द्वारा वृक्षारोपण के साथ हुआ, जिसमें महानिरीक्षक महोदय के साथ अन्य अधिकारियों और जवानों ने भी वृक्षारोपण किया। मियावाकी तकनीक के अंतर्गत पौधों को एक-दूसरे से कम अंतराल में लगाया जाता है जिससे पौधे जल्दी विकसित होते हैं।
महानिरीक्षक महोदय ने इस तकनीक के महत्व पर प्रकाश डाला और बताया कि वृक्ष हमारे पर्यावरण के अभिन्न अंग हैं और इनके बिना मनुष्य, जानवरों और अन्य प्रजातियों का अस्तित्व संभव नहीं है। वृक्ष कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित कर ऑक्सीजन का आदान-प्रदान करते हैं, वायु प्रदूषण को नियंत्रित करते हैं, और जल प्रदूषण को भी कम करते हैं। पेड़ फल देते हैं, पत्तियां जानवरों के लिए भोजन का स्रोत हैं, और गर्मी के असर को कम करने में मदद करते हैं।
अधिक वृक्षारोपण से प्रदूषित हवा से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी। यह सही समय है जब हम पेड़ों के रोपण के महत्व को पहचानें और इस दिशा में योगदान करें। वृक्षारोपण के द्वारा ही हम धरती पर अपने अस्तित्व की रक्षा कर सकते हैं। इस कार्यक्रम में श्री सुनील कुमार, सहायक कमांडेंट (संचार), और बल के अन्य अधिकारी व कार्मिक उपस्थित रहे।