किशनगंज जिले के ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत डुमरिया पंचायत से एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। गन्ने का जूस बेचकर अपने परिवार का गुजारा करने वाले मतेबूल रहमान का हाथ रस निकालने वाली मशीन में फंस गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना न केवल उनके स्वास्थ्य के लिए चिंताजनक है, बल्कि उनके परिवार की आजीविका पर भी संकट बनकर आई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा उस वक्त हुआ जब मतेबूल रहमान रोज की तरह सड़क किनारे गन्ने का रस निकाल रहे थे। काम करते-करते अचानक उनका हाथ मशीन में चला गया, और वे जोर-जोर से चिल्लाने लगे। उनकी चीख-पुकार सुनकर आसपास के दुकानदार और राहगीर मौके पर पहुंचे और उन्हें तुरंत स्थानीय एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया।
घायल का इलाज कर रहे डॉक्टर पंकज कुमार सिंह ने बताया कि मतेबूल रहमान के हाथ का अंदरूनी भाग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। नसों और मांसपेशियों को गंभीर चोट पहुंची है और पूरी तरह ठीक होने में लंबा समय लग सकता है। डॉक्टर ने कहा कि फिलहाल उनका इलाज जारी है और स्थिति पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है।
मतेबूल रहमान अपने छोटे से गन्ने के ठेले से ही परिवार का भरण-पोषण करते हैं। यह दुर्घटना उनके लिए न केवल शारीरिक बल्कि आर्थिक रूप से भी एक बड़ी चुनौती लेकर आई है। परिजनों को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, वे अस्पताल पहुंचे और रोते-बिलखते दिखे।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन और समाजसेवियों से मतेबूल रहमान की मदद की अपील की है, ताकि उनके परिवार को इस कठिन समय में सहारा मिल सके।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिले के ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत डुमरिया पंचायत से एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। गन्ने का जूस बेचकर अपने परिवार का गुजारा करने वाले मतेबूल रहमान का हाथ रस निकालने वाली मशीन में फंस गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना न केवल उनके स्वास्थ्य के लिए चिंताजनक है, बल्कि उनके परिवार की आजीविका पर भी संकट बनकर आई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा उस वक्त हुआ जब मतेबूल रहमान रोज की तरह सड़क किनारे गन्ने का रस निकाल रहे थे। काम करते-करते अचानक उनका हाथ मशीन में चला गया, और वे जोर-जोर से चिल्लाने लगे। उनकी चीख-पुकार सुनकर आसपास के दुकानदार और राहगीर मौके पर पहुंचे और उन्हें तुरंत स्थानीय एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया।
घायल का इलाज कर रहे डॉक्टर पंकज कुमार सिंह ने बताया कि मतेबूल रहमान के हाथ का अंदरूनी भाग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। नसों और मांसपेशियों को गंभीर चोट पहुंची है और पूरी तरह ठीक होने में लंबा समय लग सकता है। डॉक्टर ने कहा कि फिलहाल उनका इलाज जारी है और स्थिति पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है।
मतेबूल रहमान अपने छोटे से गन्ने के ठेले से ही परिवार का भरण-पोषण करते हैं। यह दुर्घटना उनके लिए न केवल शारीरिक बल्कि आर्थिक रूप से भी एक बड़ी चुनौती लेकर आई है। परिजनों को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, वे अस्पताल पहुंचे और रोते-बिलखते दिखे।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन और समाजसेवियों से मतेबूल रहमान की मदद की अपील की है, ताकि उनके परिवार को इस कठिन समय में सहारा मिल सके।
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